झारखंड के राँची और उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में दंगाई मुस्लिम भीड़ ने जम कर उत्पात मचाया, जिसमें कई पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। कुछ ऐसे वीडियो-तस्वीरें सामने आई हैं, जिनमें पुलिस को भी दंगाइयों पर बल प्रयोग करते हुए देखा जा सकता है। हालाँकि, इस पर कई लोगों ने आपत्ति जताई है। ऐसे लोगों को केरल के पूर्व DGP एनसी अस्थाना ने खरी-खरी सुनाई है। उन्होंने कहा कि हिंसा करने वालों का ऐसा ही इलाज होना चाहिए। जामताड़ा के कॉन्ग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने भी दंगाइयों की मौत की निंदा करते हुए उनके परिवार के लिए मदद का ऐलान किया।
उन्होंने प्रयागराज की एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि ये किसी नृत्य प्रतोयोगिता की फोटो नहीं है, बल्कि बाकि ये वो डांस है जो पुलिस की लाठी पड़ने पर किया जाता है। उन्होंने कहा कि उन्हें उस दिन पर अफ़सोस है, जब पुलिस को पॉलीकार्बोनेट पाइप्स दिए गए। CRPF और BSF के ADG रहे IPS अधिकारी ने कहा कि तेल में डुबो कर बाँस की लाठी से गुंडों को डांस करवाने का पुराना तरीका ही इससे अच्छा हुआ करता था।
उन्होंने कहा, “कुछ लिब्बू विलाप रहे हैं कि राँची में पुलिस ने दो प्राणियों को गोली मार दी। अरे, भैया, पुलिस गोली नहीं तो क्या *** मारेगी? अब वैसा कर दे तो बेवजह पुलिस के चरित्र पर आक्षेप होगा। इसीलिए गोली से संतुष्ट रहें। इसे स्पष्ट रूप से समझ लीजिए। शांतिपूर्व विरोध प्रदर्शन संवैधानिक अधिकार है, लेकिन पत्थरबाजी नहीं। ऐसा कोई कानून नहीं है जो कहता हो कि पुलिस ऐसी परिस्थितियों में सिर्फ आँसू गैस और वॉटर केनंस वगैरह का ही इस्तेमाल करने को मजबूर है।”
No, this is not a scene from some dance competition! But, this is the dance, which the police batons make one dance!
I regret the day when polycarbonate pipes were introduced in police. The good, old, linseed oil-soaked bamboo lathis bring out much better dancer out of hooligans. pic.twitter.com/hjQHMo7dKN— Dr. N. C. Asthana, IPS (Retd) (@NcAsthana) June 11, 2022
उन्होंने कहा कि कई जजमेंट पुलिस को गोली चला कर मारने की अनुमति भी देते हैं, अगर उस परिस्थिति में उसे ये ठीक लगता हो। इसके बाद उन्होंने प्रयागराज पुलिस द्वारा दंगाइयों की पिटाई का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “अत्यंत ही मनोहारी दृश्य! सुन्दर, अतीव सुन्दर! हेकड़ी ऐसे ही निकलती है!” प्रयागराज में दंगाइयों की पुलिस द्वारा पिटाई के एक अन्य वीडियो को उन्होंने सुंदर दृश्य बताते हुए कहा कि जब पुलिस ने मामले दर्ज किए हैं तो कानून को अपना काम करने देना चाहिए।
Beautiful scene! When police have registered cases, law must be allowed to take its course. Protest actions despite cases is pure goondaism. They deserved to be beaten harder. केस हो जाने के बावजूद विरोध प्रदर्शन गुंडई है। पुलिस ने ठीक किया। और ठुकाई करनी थी। @myogiadityanath https://t.co/sauyQBCFRh
— Dr. N. C. Asthana, IPS (Retd) (@NcAsthana) June 10, 2022