शेयर मार्केट में निवेश (Share Market Investment) करने वालों को जानकार लोग दो जरूरी सलाह देते हैं. पहली सलाह होती है कि शॉर्ट टर्म (Short Term) में मोटा मुनाफा कमाने के लोभ के बजाय लॉन्ग टर्म (Long Term) के लिए इन्वेस्टमेंट करें. दूसरी सलाह है कि हाइप के बजाय खुद कंपनी के फंडामेंटल (Company Fundamental) को चेक करें और अच्छा लगने पर ही इन्वेस्ट करे. कई ऐसे स्टॉक हैं, जिनकी चाल को देखें तो ये दोनों सलाह सटीक साबित होती है. उदाहरण के लिए बुलेट (Bullet) और रॉयल एनफील्ड (Royal Enfield) बनाने वाली कंपनी आयशर मोटर्स के शेयर (Eicher Motors Stock) को देख लीजिए. इस स्टॉक ने पिछले कुछ साल के दौरान लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर्स को 2,50,000 फीसदी रिटर्न दिया है.
आयशर मोटर्स का शेयर 16 अक्टूबर 1998 को बीएसई (BSE) पर महज एक रुपये का था. अभी इसकी वैल्यू 2,700 रुपये के पार जा चुका है. आज दोपहर के कारोबार में यह स्टॉक बीएसई पर मजबूती के साथ 2,730 रुपये के पास ट्रेड कर रहा था. इसका मतलब हुआ कि इस स्टॉक ने इन सालों के दौरान करीब 2,50,000 फीसदी की जबरदस्त छलांग लगाई है. अगर एक रुपये के लेवल पर कोई इन्वेस्टर इस स्टॉक में एक लाख रुपये लगाता और उसे होल्ड करके रखता तो आज उसके इन्वेस्टमेंट की वैल्यू 27 करोड़ रुपये से भी ज्यादा होती.
10 साल में चढ़ा करीब 14 गुना भाव
10 साल पहले की तुलना अभी से करें, तब भी आयशर मोटर्स का शेयर मल्टीबैगर रिटर्न (Multibagger Return) देने वाला साबित होता है. इस कंपनी का स्टॉक 22 जून 2012 को बीएसई पर करीब 200 रुपये का था. अभी के 2,730 रुपये से तुलना करें तो बीते 10 सालों में यह 1,265 फीसदी चढ़ा है. अगर 10 साल पहले 200 रुपये के लेवल पर कोई इन्वेस्टर इस स्टॉक में 1 लाख रुपये लगाता, तो अभी उसके इन्वेस्टमेंट की वैल्यू 13.65 लाख रुपये हो जाती.
ऑल टाइम हाई से इतना नीचे है रेट
इस स्टॉक के लिए हाल के साल ठीक नहीं रहे हैं. आयशर मोटर्स का स्टॉक सितंबर 2017 में अपने पीक पर था. तब यह 3,260 रुपये के भी पार निकल गया था. इस मल्टीबैगर शेयर का 52-वाक हाई लेवल 2,994 रुपये है. इसका मतलब हुआ कि यह अभी न सिर्फ अपने ऑल टाइम हाई से ठीक-ठाक नीचे है, बल्कि 52-वीक हाई से भी गिरा हुआ है. बीते पांच साल में इसके भाव में 5 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है. हालांकि एक साल, छह महीने, एक महीने और एक सप्ताह के आधार पर यह मजबूत हुआ है.