रैसी वान डेर डुसेन और डेविड मिलर की विस्फोटक पारी की वजह से दक्षिण अफ्रीका ने पहले टी-20 मुकाबले में टीम इंडिया को 5 गेंद रहते 7 विकेट से हराया, इसके साथ ही टीम इंडिया के विश्व रिकॉर्ड बनाने का सपना भी तोड़ दिया, 212 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी अफ्रीकी टीम ने 19.1 ओवर में 3 विकेट पर 212 रन बनाकर भारत की उम्मीदों पर पानी फेर दिया, अगर टीम इंडिया ये मुकाबला जीतती, तो विश्व रिकॉर्ड अपने नाम करती, वो लगातार 13 टी-20 मैच जीतने वाली पहली टीम होती। आइये आपको बताते हैं कि टीम इंडिया की हार की 5 वजहें क्या है।
ऋषभ पंत की कप्तानी वाली टीम इंडिया के पास दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ इतिहास रचने का शानदार मौका था, लेकिन पहले मैच में कप्तानी का दबाव ऋषभ के फैसलों में साफ झलक रहा था, आईपीएल 2022 में सबसे ज्यादा विकेट लेकर पर्पल कैप जीतने वाले चहल को पंत ने सिर्फ 2 ओवर करावेय, फिर उन्हें आखिरी ओवर फेंकने को कहा, जहां मैच अफ्रीकी टीम के पाले में पहुंच चुका था, ज्यादातर गेंदबाजों की पिटाई के बावजूद ऋषभ ने हार्दिक को गेंद नहीं सौंपी, हालांकि हार्दिक पहले ही ओवर में 18 रन लुटा रहे थे।
आईपीएल 2022 में गुजरात टाइटंस के लिये फिनिशर की भूमिका निभाने वाले डेविड मिलर भारत के खिलाफ पहले टी-20 मैच में भी अपने वही अंदाज में दिखे, डिकॉक के आउट होने के बाद क्रीज पर उतरे डेविड मिलर ने शुरुआती 10 गेंदों में सिर्फ 9 रन बनाये थे, लेकिन उसके बाद वो भारतीय गेंदबाजों की क्लास लगाई, अगली 13 गेंदों में 40 रन ठोक दिये, वहीं उनके जोड़ीदार डुसेन भी लगभग दो जीवनदान मिलने के बाद खतरनाक तरीके से बल्लेबाजी करते हुए नजर आये, उनहोने 37 गेंदों में अपना पचासा पूरा किया, इन दोनों के बीच चौथे विकेट के लिये 64 गेंदों में 131 रनों की नाबाद साझेदारी हुई, मिलर ने 31 में 64 तो डुसेन ने 46 में 75 रन बनाये।
टीम इंडिया ने युवा बल्लेबाजों के शानदार प्रदर्शन के दम पर 211 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया, टीम इंडिया के पास डिफेंड करने के लिये बड़ा टोटल था, एक समय जब मैच में दोनों टीमें बराबरी पर थी, तभी श्रेयस अय्यर ने रासी वैन डर डुसेन का एक आसान सा कैच छोड़ दिया, ये कैच गंवाना टीम को काफी भारी पड़ा, क्योंकि रासी को 30 के स्कोर पर जीवनदान मिला था, उसके बाद उन्होने पीछे मुड़कर नहीं देखा और ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए अपनी टीम के लिये विजयी चौका लगाया।
हार्दिक के पास रन आउट करने का मौका
पारी के 14वें ओवर में भारतीय ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या के पास वैन डर डुसेन को रन आउट करने का शानदार मौका था, अगर वो नॉन स्ट्राइक पर सीधे थ्रो करते, तो मैच में भारत वापसी कर सकता था, हालांकि इस थ्रो के दौरान हार्दिक पंड्या थोड़े सुस्त दिखे, उस समय वैन सिर्फ 22 पर बल्लेबाजी कर रहे थे।
टीम इंडिया की खराब गेंदबाजी
भारतीय टीम के तेज गेंदबाज इस मैच में अफ्रीकी बल्लेबाजों के सामने घुटने टेकते नजर आये, अनुभवी गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार भी काफी महंगे साबित हुए, डेथ ओवर स्पेशलिस्ट ने अपने आखिरी ओवर में 22 रन लुटाये, किफायती गेंदबाजी करने वाले हर्षल पटेल ने अपने 4 ओवर के कोटे में 43 रन दे दिये, मिलर और डुसेन की जोड़ी तोड़ने में भारतीय गेंदबाज नाकाम रहे, जो कि टीम इंडिया की हार का सबसे बड़ा कारण है, अक्षर पटेल ने 4 ओवर में 40 रन दिये, चहल ने 2.1 ओवर में 26 रन खर्च किये।