कानपुर/लखनऊ। कानपुर हिंसा मामले के मुख्य आरोपी हयात जफर हाशमी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. उससे पूछताछ जारी है. हयात जफर हाशमी पर हिंसा फैलाने और लोगों को भड़काने का आरोप है. इससे पहले उसका नाम CAA-NRC के विरोध में हुए हिंसक प्रदर्शन में भी सामने आया था.
यतीमखाना इलाके से शुरू हुआ बवाल?
हिंसा की शुरुआत यतीमखाना इलाके की मुख्य सड़क और बाजार से हुई. धर्म के नाम पर सामने आए दो गुटों के बीच पहले बहस हुई. इसके बाद टकराव हुआ और फिर पथराव होने लगे. जब तक पुलिस मौके पर पहुंची तब तक सड़क पर हर तरफ पत्थर बिखरे पड़े थे, बाजार बंद हो चुके थे, कई गाड़ियां तोड़फोड़ी जा चुकी थीं. पुलिस ने दंगाइयों को खदेड़ना शुरू किया तो ये लोग अंदर की बस्ती और तंग गलियों में जा घुसे और वहीं से पुलिस को ही निशाना बनाना शुरू कर दिया, जिसमें कई पुलिसवाले जख्मी हो गए. पथराव काफी देर तक जारी रहा. आसपास के थानों से भी पुलिस बुलानी पड़ी. इस दौरान दंगाइयों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस आंसू गैस छोड़ने पड़े. देर रात हालात पर पुलिस ने काबू पा लिया. इसके बाद कमिश्नर डीएम और पुलिस कमिश्नर ने पूरी फोर्स, पीएसी और आरएएफ के साथ हिंसा प्रभावित इलाको में फ्लैग मार्च किया.