नई दिल्ली। उत्तर भारतीय राज्यों में अपना दबदबा कायम कर चुकी भारतीय जनता पार्टी की नजरें अब दक्षिण भारत में पैर जमाने पर है। अगले साल तेलंगाना में विधानसभा चुनाव हैं और उससे पहले भाजपा प्रादेशिक चुनाव में मुख्य मुकाबले में दिखना चाहती है। तेलंगाना में पार्टी के बड़े नेता के. लक्ष्मण को भाजपा राज्यसभा भेजकर आधा काम कर चुकी है और अब 2 जुलाई को हैदराबाद में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होनी तय हुई है, जिसमें पीएम मोदी से लेकर पार्टी चीफ जेपी नड्डा भी शामिल होंगे। इसके पीछे एक और बड़ी वजह जो मानी जा रही हैं वो है- तेलंगाना सीएम केसीआर को सीधी चुनौती देना। केसीआर पिछले काफी समय से देश भ्रमण करके भाजपा के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने में जुटे हैं।
पीएम मोदी और नड्डा भी जुटेंगे
सूत्रों का कहना है कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक कितनी अहम है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत पार्टी के सभी शीर्ष नेता शामिल होने जा रहे हैं।
केसीआर का निकलेगा हल?
सूत्रों ने कहा है कि चूंकि भाजपा की नजरें तेलंगाना में होने वाले विधानसभा चुनाव पर भी हैं, इस लिहाज से भी हैदराबाद में बैठक करना काफी अहम है। इसके अलावा भाजपा चिंता का कारण बन चुके केसीआर को भी जवाब देने की तैयारी कर रही है। केसीआर पिछले काफी समय से विपक्षी नेताओं से मुलाकात करके भाजपा के खिलाफ टीम को एकजुट करने में जुटे हैं। इसमें पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी, यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव, दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल और कर्नाटक के पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी समेत कई नेता शामिल हैं।