राजस्थान के उदयनगर में कांग्रेस चिंतन शिविर के बाहर से कांग्रेस नेता सचिन पायलट का फोटो हटा दिया गया है. बताया जा रहा है कि उदयपुर नगर निगम ने पायलट के फोटो, पोस्टर और बैनर को हटाया है. पाटलट के के समर्थकों ने शिविर के बाहर उनके पोस्टर, बैनर और फोटो लगाए थे. उधर, उदयपुर नगर निगम की ओर से की गई इस कार्रवाई का सचिन पायलट के समर्थकों ने विरोध किया है.
बता दें कि कांग्रेस ने उदयपुर में 13 से 15 मई यानी तीन दिन का चिंतन शिविर बुलाया है. इस शिविर में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के शामिल होने की उम्मीद जताई जा रही है.
अंदरूनी चुनौतियों से निपटना कांग्रेस का लक्ष्य
अपने बुरे दौर से गुजर रही कांग्रेस ने उदयपुर में 13 से 15 मई यानी तीन दिन का चिंतन शिविर बुलाया है. इसमें शामिल होने के लिए नेताओं को आमंत्रण भी भेजे जा चुके हैं. सभी को 12 मई तक आने के लिए कहा गया है.
पार्टी का प्रदर्शन सुधारने की रणनीति पर होगा विचार
इस शिविर में आने वाले राज्यों में विधानसभा चुनाव की रणनीति तैयार होगी. कांग्रेस का चिंतन शिविर ऐसे वक्त पर हो रहा है, जब पार्टी ने आगे की राजनीतिक चुनौतियों से निपटने और 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए रणनीति तैयार करने के लिए एक कमेटी के गठन का ऐलान किया है. चिंतन शिविर में कांग्रेस के देशभर के बड़े नेता शामिल होंगे, यहां पार्टी के आंतरिक मुद्दों पर चर्चा होगी, साथ ही संगठन को मजबूत करने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर भी विचार होगा.
विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के लिए बनाए गए 6 पैनल
सोनिया गांधी ने चिंतन शिविर के दौरान राजनीतिक और संगठनात्मक महत्व, सामाजिक न्याय, अर्थव्यवस्था, किसानों और युवाओं के मुद्दों पर चर्चा के लिए 6 पैनल भी बनाए हैं. इस शिविर में मल्लिकार्जुन खड़गे जहां राजनीतिक मुद्दों पर पैनल का नेतृत्व करेंगे, वहीं भूपिंदर सिंह हुड्डा कृषि और किसानों पर समिति का नेतृत्व करेंगे. मुकुल वासनिक संगठनात्मक मामलों के समन्वय पैनल का नेतृत्व करेंगे. सोनिया गांधी ने इन पैनलों में G 23 के तमाम नेताओं को शामिल किया है, जो कांग्रेस में लगातार नेतृत्व परिवर्तन की मांग कर रहे हैं.