तमिलनाडु के एक मंत्री की बेटी ने जान को खतरा बताते हुए कर्नाटक पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाई है। ये मंत्री हैं- डीएमके नेता पीके शेखर बाबू। स्टालिन सरकार में हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ बंदोबस्ती विभाग की जिम्मेदारी सँभालते हैं। शेखर बाबू की बेटी जयकल्याणी ने हाल ही में प्रेम विवाह किया है। अब कल्याणी ने बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर कमल पंत को एक ज्ञापन दिया है। इसमें पिता पर आरोप लगाते हुए सुरक्षा की माँग की है।
जयकल्याणी ने मीडिया को बताया कि वह छह साल से सतीश कुमार के साथ रिलेशनशिप में थीं। जाति की वजह से उनके पिता इस रिश्ते का विरोध कर रहे थे। बावजूद दोनों ने हाल ही में शादी कर ली। उन्होंने कहा, “मेरे माता-पिता सतीश कुमार से मेरे रिश्ते के खिलाफ थे। कुछ महीने पहले हमने शादी की कोशिश की तो पुलिस ने सतीश को गिरफ्तार कर दो महीने तक हिरासत में रखा।”
रिपोर्ट के अनुसार बीते साल सितंबर में दोनों ने पहली बार शादी की कोशिश की थी। उस समय सतीश कुमार ने एक वीडियो भी जारी किया था। इसमें उन्होंने कहा था कि वह और जयकल्याणी 6 साल से रिश्ते में थे। जयकल्याणी के परिवार वालों को जनवरी 2021 में इसका पता चला। फिर कुछ दिनों तक दोनों की बातचीत नहीं हो पाई। उन्होंने बताया था, “बाद में हमारी फिर से बात होने लगी और अगस्त में हम एक साथ चेन्नई से भाग गए। मैं अब डर गया हूँ। शेखर बाबू से मेरे परिवार को धमकियाँ मिल रही है।”
The newly-married daughter of a #TamilNadu Minister P.K. Sekar Babu on Monday approached #Bengaluru Police Commissioner for seeking protection from her father. pic.twitter.com/kZEQjKwxAg
— IANS Tweets (@ians_india) March 7, 2022
जयकल्याणी ने कहा है, “मैं बालिग हूँ। हम दोनों एक-दूसरे से प्यार करते हैं और शादी कर ली है। तमिलनाडु लौटने पर हमें जान से मारने की धमकी दी गई, इसलिए हमने सुरक्षा के लिए बेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर से संपर्क किया है।” एक्टिविस्ट भरत शेट्टी के अनुसार जयकल्याणी और सतीश ने उनसे सोशल मीडिया के जरिए मदद माँगी थी। उन्होंने कहा, “हमने हिंदू परंपरा के अनुसार विवाह समारोह का आयोजन किया था। अब दोनों को जान से मारने की धमकी मिल रही। लिहाजा उन्होंने बेंगलुरु पुलिस से सुरक्षा माँगी है।”
गौरतलब है कि इससे पहले केरल के वामपंथी नेता जयचंद्रन द्वारा अपनी बेटी अनुपमा का नवजात बच्चा छीनने का मामला सामने आया था। कई महीनों की अदालती लड़ाई के बाद अनुपमा और अजीत को अपना बच्चा मिल पाया था। दरअसल, जयचंद्रन को अनुपमा का दलित अजीत के साथ रिश्ता पसंद नहीं था।