देश को हमेशा तोड़ने की कोशिश करने वाले खालिस्तानी आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) ने एक बार फिर से सर्वोच्च न्यायालय (Supreme Court) को कई वकीलों को धमकी भरे कॉल्स किए हैं। इसी क्रम में सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील महेश जेठमलानी (Mahesh jethmalani) को भी SFJ ने फोन पर धमकी दी है। इस दौरान SFJ के संस्थापक गुरपतवंत सिंह पन्नू ने दावा किया कि सुप्रीम कोर्ट में खालिस्तानी झंडा फहराया जाएगा। उसने कहा, “जेठमलानी तुम देखोगे कि हम इस देश की शीर्ष अदालत में जाएँगे और हम सर्वोच्च न्यायालय में झंडा फहराएँगे।”
रिपब्लिक टीवी से बात करते हुए सुप्रीम कोर्ट के वकील NS नप्पिनई ने इसे थोड़ा चिंताजनक बात करार दिया। उन्होंने कहा कि अगर आप कानूनी बिरादरी में काम करते हैं तो केस चाहे कठिन हो या रेगुलर रहा हो। इससे पहले ऐसा नहीं हुआ। इससे व्यवस्था और समुदाय को खतरा महसूस हो रहा है। इस तरह की घटनाएं बढ़ीं हैं, जिनमें हमारे पास वकीलों को शारीरिक तौर पर नुकसान पहुँचाने की कोशिश के उदाहरण हैं, इसमें कुछ की तो जानें भी गई हैं।
एडवोकेट NS नप्पिनई ने इस घटना को बेहद गंभीर मुद्दा मानते हुए कहा कि इस मामले में कोर्ट को एड्रेस करने की आवश्यकता है। ताकि यह समझा जा सके कि चीजें कहाँ गलत हो रही हैं।
गौरतलब है कि 5 जनवरी 2022 को पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक के बाद से लगातार खालिस्तानी संगठन सुप्रीम कोर्ट के वकीलों को धमका रहा है। 10 जनवरी 2022 को भी SFJ ने सुप्रीम कोर्ट के करीब 50 वकीलों को फोन कर धमकी दी थी। आतंकी संगठन ने वकीलों को धमकाया था कि वो इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में केस न लड़ें।
SFJ के खिलाफ दर्ज कराई गई शिकायत
खालिस्तानी संगठन द्वारा लगातार धमकाए जाने की घटनाओं के बीच सुप्रीम कोर्ट के वकील विनीत जिंदल ने SFJ के संस्थापक के खिलाफ दिल्ली पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना और साइबर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने जोर देकर कहा कि उसके बयान और कार्य भारत की संप्रभुता और एकता को चुनौती देते हैं और विभिन्न समुदायों और राज्यों के बीच युद्ध छेड़ने का प्रयास हैं। उन्होंने ये भी तर्क दिया कि पन्नू ने गणतंत्र दिवस के गौरव का अपमान किया है जो हमारे देश में बड़े उत्साह और उत्साह के साथ मनाया जाता है।