कानपुर के इत्र कारोबारी पीयूष जैन को महानगर मजिस्ट्रेट कारपोरेशन की कोर्ट ने 14 दिनों के न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. सरकारी वकील अम्बरेश कुमार के मुताबिक, 31 करोड़ 50 लाख रुपये की टैक्स चोरी पकड़ में आई है. उन पर जीएसटी की धारा 132 A लगाई गई है. वहीं, छापेमारी में 175 करोड़ रुपये कैश और 23 किलो सोना भी बरामद हुआ है.
पैतृक आवास पर छापेमारी जारी
सोमवार को भी पीयूष जैन के पैतृक आवास पर जांच एजेंसियां छापेमारी कर रही हैं. वहां डीजीजीआई की टीम के साथ एसबीआई की भी एक टीम नोट गिनने की तीन मशीनें के साथ पहुंची है. माना जा रहा है कि सोमवार की शाम तक नोटों की गिनती चलेगी जिसके बाद देर रात कुल कितनी रकम बरामद की गई है उसकी जानकारी सामने आएगी.
22 दिसंबर को जिस वक्त पीयूष जैन के ठिकानों पर छापेमारी शुरू हुई थी उस वक्त वो अपने पिता के इलाज के सिलसिले में दिल्ली में थे. जांच टीम के बुलाने पर पीयूष जैन को दिल्ली से कानपुर पहुंचना पड़ा. पड़ताल में ये भी सामने आया है कि पीयूष जैन अपने अकूत पैसे की वजह से जांच एजेंसियों और लोगों की नजर में ना आए इसके लिए वो दो पुरानी खटारा कारों का इस्तेमाल करते थे.