लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. इससे पहले सभी राजनीतिक दलों ने पार्टी का विस्तार करना शुरू कर दिया है. इसके तहत नेताओं को तमाम तरह की जिम्मेदारियां दी जा रही हैं. इसी क्रम में कांग्रेस ने भी उत्तर प्रदेश में अपना विस्तार किया है. इसके तहत पार्टी ने एक अध्यक्ष के अलावा 3 उपाध्यक्ष और 13 महासचिव बनाए हैं. इसके अलावा पार्टी ने कई कमेटियों का भी गठन किया है.
कांग्रेस उत्तर प्रदेश में पैर पसारने की कोशिश में जुटी है. यही वजह है कि पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती. कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष के अलावा तीन उपाध्यक्ष, 13 महासचिव और 31 नए सचिव बनाए हैं. इसके अलावा चुनाव अभियान कमेटी, चुनावी रणनीति व प्लानिंग कमेटी, इलेक्शन समन्वय कमेटी का भी ऐलान किया है.
किसे क्या मिली जिम्मेदारी?
कांग्रेस के मीडिया संयोजक ललन कुमार ने बताया चुनाव से संबंधित कई कमेटियों का गठन किया गया है. पूर्व राज्यसभा सांसद और छत्तीसगढ़ के प्रभारी पीएल पुनिया को चुनाव अभियान कमेटी का चेयरमैन बनाया गया है. इस कमेटी के संयोजक पूर्व सांसद राकेश सचान हैं. इसके अलावा चुनावी रणनीति व प्लानिंग कमेटी का अध्यक्ष राजेश मिश्रा को बनाया गया है. अयोध्या से सांसद रहे निर्मल खत्री को इलेक्शन समन्वय कमेटी की जिम्मेदारी सौंपी गई है. पूर्व विधायक अखिलेश प्रताप सिंह को इस कमेटी का संयोजक बनाया गया है.
ललन कुमार ने बताया कि चार्जशीट कमेटी के अध्यक्ष के तौर लखनऊ लोकसभा सीट से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के खिलाफ सांसद का चुनाव लड़ने वाले आचार्य प्रमोद कृष्णन को जिम्मेदारी सौंपी गई है तो वहीं मेनिफेस्टो कमेटी की जिम्मेदारी सलमान खुर्शीद के कंधे पर है और संयोजक की जिम्मेदारी कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत को दी गई है.