मुख्यमंत्री ने मिशन शक्ति के अन्तर्गत सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन विभाग द्वारा आयोजित ‘निर्भया-एक पहल’ कार्यक्रम का किया शुभारम्भ
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि नारी सुरक्षा, सम्मान व स्वावलम्बन राज्य सरकार की प्राथमिकता है। प्रदेश सरकार द्वारा इस दिशा में निरन्तर कार्य किया जा रहा है। प्रदेश की बहन, बेटियों की सुरक्षा, सम्मान व स्वावलम्बन के लिए मिशन शक्ति अभियान चलाया जा रहा है। वर्तमान में इस अभियान को विभिन्न विभागों के अन्तर्विभागीय समन्वय के माध्यम से आगे बढ़ाया जा रहा है। इसी कड़ी में आज मिशन शक्ति के तृतीय चरण के अन्तर्गत सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन विभाग द्वारा ‘निर्भया-एक पहल’ कार्यक्रम प्रारम्भ किया गया है।
मुख्यमंत्री जी आज यहां लोक भवन में मिशन शक्ति के तृतीय चरण के अन्तर्गत सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन विभाग द्वारा आयोजित ‘निर्भया-एक पहल’ कार्यक्रम का शुभारम्भ करने के पश्चात अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इसके तहत प्रदेश के सभी 75 जनपदों में प्रति जनपद 1,000 महिलाओं के लिए 03 दिवसीय कौशल विकास प्रशिक्षण तथा 01 दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने अपने कर कमलों से 12 महिलाओं को कौशल विकास एवं प्रशिक्षण किट वितरित किये। साथ ही, महिला उद्यमी हेल्पलाइन 1800-212-6844 तथा वेबसाइट ww.msmemissionshakti.in का शुभारम्भ किया। उन्होंने डाक विभाग के सहयोग से सभी 75 जनपदों के ओ0डी0ओ0पी0 उत्पाद के विशेष कवर व विशेष विरूपण का अनावरण एवं विमोचन भी किया। उन्होंने प्रशिक्षण पुस्तिका का भी विमोचन किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि महिला उद्यमिता हेल्पलाइन से उद्यमशीलता में आने वाली समस्याओं का शीघ्र निस्तारण हो सकेगा। यह वेबसाइट महिला उद्यमियों को विभाग से जुड़ी हुई जानकारी तथा प्रत्येक जनपद में दिये जा रहे प्रशिक्षण के सम्बन्ध में रियल टाइम सूचना उपलब्ध कराएगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज डाक विभाग द्वारा 75 जनपदों के ओ0डी0ओ0पी0 उत्पाद के जो विशेष आवरण जारी किये गये हैं, वह सम्पूर्ण भारत में एक रिकॉर्ड है। इससे पूर्व, इतने वृहद व विस्तृत स्तर पर भारतीय डाक द्वारा एक ही विषय पर आवरण जारी नहीं किये गये हैं। इन 75 विशेष आवरण में से 15 विशेष आवरण जी0आई0 टैग प्राप्त ओ0डी0ओ0पी0 उत्पादों के हैं। इससे प्रदेश के ओ0डी0ओ0पी0 उत्पादों को व्यापक राष्ट्रीय पहचान मिलेगी तथा इन स्पेशल आवरणों का उपयोग सरकारी पत्राचारों में किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि एम0एस0एम0ई0 विभाग की ‘निर्भया-एक पहल’ से प्रदेश की महिलाओं को सामाजिक एवं आर्थिक रूप से सबल व सुरक्षित बनाने में मदद मिलेगी। प्रशिक्षण प्राप्त कर रही महिलाओं को अगले तीन माह में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के माध्यम से प्रदेश के बैंकों से सस्ता लोन, विभिन्न योजनाओं के तहत सब्सिडी उपलब्ध कराकर इनके स्वावलम्बन की कार्यवाही को आगे बढ़ाया जाए। महिलाओं को सबल, सफल व सुरक्षित बनाने की इस पहल से महिलाओं को उनके कार्यस्थल पर सुरक्षा व सशक्तिकरण हेतु जागरूकता में वृद्धि भी होगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सुरक्षा, सम्मान व स्वावलम्बन एक-दूसरे से जुड़े हैं। सुरक्षा के वातावरण में महिलाओं को स्वावलम्बी बनाते हुए उनकेे सम्मान में वृद्धि एवं उसकी रक्षा की जा सकती है। प्रदेश सरकार द्वारा नारी शक्ति के सम्मान, सुरक्षा व स्वावलम्बन के कार्य को मिशन मोड में आगे बढ़ाने की कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की ‘एक जनपद, एक उत्पाद’ योजना पूरे देश में अपना गरिमामयी स्थान प्राप्त कर रही है। उसी तरह मिशन शक्ति का यह अभियान भी पूरे देश में सशक्त रूप से अपने प्रभावी परिणामों को प्राप्त करेगा, जिससे प्रदेश की माताएं व बहनें देश के विकास में अपनी अग्रणी भूमिका का निर्वहन करेंगी और प्रदेश को एक नयी पहचान दिलाने का कार्य भी करेंगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा मिशन शक्ति के अन्तर्गत चरणबद्ध रूप से विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गये। प्रदेश के गृह विभाग, महिला कल्याण विभाग, ग्राम्य विकास, पंचायतीराज विभाग, नगर विकास विभाग के बाद आज एम0एस0एम0ई0 विभाग इस कार्यक्रम के माध्यम से मिशन शक्ति अभियान से जुड़ गया है। अब तक एम0एस0एम0ई0 विभाग पुरुषों के स्वावलम्बन के लिए कार्य कर रहा था। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि अब एम0एस0एम0ई0 विभाग 75,000 महिलाओं को प्रशिक्षित करते हुए उनके स्वावलम्बन के कार्य को आगे बढ़ा रहा है, जिसकी आज प्रदेश में शुरुआत की गयी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में मजबूत कानून-व्यवस्था एवं सुशासन द्वारा प्रदेश की बहन-बेटियों के सम्मान व उनकी सुरक्षा में वृद्धि की जा रही है। प्रदेश सरकार ने वर्ष 2017 में एण्टी रोमियो स्क्वॉड का गठन किया था। सभी सार्वजनिक स्थलों पर महिला पिंक बूथ स्थापित किये गये हैं। प्रदेश की सभी तहसीलों व थानों में महिला हेल्पडेस्क बनाये गये हैं, जहां पर महिला पुलिस अधिकारियों द्वारा पूरी संवेदनशीलता के साथ महिलाओं की समस्याओं का निस्तारण किया जा रहा है। स्थापित हो चुके ग्राम सचिवालयों में मिशन शक्ति के तृतीय चरण के अन्तर्गत महिला शक्ति बूथ का गठन किया गया है। इन महिला शक्ति बूथों पर महिला बीट पुलिस कर्मियों द्वारा महिलाओं की शिकायतों व समस्याओं का निराकरण किया जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने विगत साढे़ चार वर्ष के कार्यकाल में डेढ़ लाख युवाओं को पुलिस में भर्ती किया है। इस पुलिस भर्ती में 20 प्रतिशत प्रदेश की बेटियों को स्थान मिला है। आज प्रदेश में 30 हजार महिला पुलिसकर्मी कार्यरत हैं। पहले महिला पुलिसकर्मियों को फील्ड ड्यूटी नहीं प्रदान की जाती थी। प्रदेश सरकार ने महिला पुलिसकर्मियों की क्षमता पर विश्वास करते हुए उन्हें फील्ड ड्यूटी प्रदान की है। आज महिला बीट पुलिसकर्मी गांव-गांव में महिला सम्मान, सुरक्षा व स्वावलम्बन को बढ़ाते हुए सुरक्षा का वातावरण निर्मित कर रही हैं। साथ ही, वह मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना, निराश्रित महिला पेंशन योजना, वृद्धावस्था पेंशन योजना, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, प्रधानमंत्री स्टार्टअप व स्टैण्डअप योजना, प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना सहित विभिन्न योजनाओं से लोगों को जोड़ रही हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि नारी अकेले नहीं होती, बल्कि वह समाज को एक नयी दिशा देने का आधार बनती है। नारी शक्ति की सहभागिता ‘निर्भया-एक पहल’ कार्यक्रम से जुड़ी हुई है। इसलिए महिला कल्याण एवं विकास की यह योजना स्वाभाविक रूप से सफल होगी। उन्होंने कहा कि ‘एक जनपद, एक उत्पाद योजना’ में खास तौर पर महिलाओं के लिए प्रशिक्षण प्रारम्भ होने चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि एम0एस0एम0ई0 विभाग को जिम्मेदारी दी गयी है कि अगले तीन माह में सभी 75 जनपदों में एक-एक हजार लोगों अर्थात 75,000 लोगों को विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना से जोड़कर उन्हें प्रशिक्षित करते हुए स्वावलम्बी बनाएं। विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के विभिन्न ट्रेड्स में से कई ट्रेड महिलाओं के लिए विशेषीकृत हो सकते हैं। इन महिलाओं को प्रशिक्षण व टूलकिट उपलब्ध कराने की कार्यवाही की जानी चाहिए। साथ ही, उन्हें प्रशिक्षण के दौरान एक निश्चित मानदेय भी प्रदान किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि नारी दृढ़ निश्चय व आत्मशक्ति से कठिन से कठिन कार्याें को सम्पादित कर सकती हैं। इन कार्याें में समाज का आंशिक सहयोग मिलने पर भी वह सफलता की नयी ऊँचाइयांे को छू सकती हैं। झांसी में बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर इसका सर्वाेत्तम उदाहरण है। 600 ग्रामों की महिलाओं द्वारा संचालित यह संस्था 04 करोड़ रुपये प्रतिवर्ष का लाभ प्राप्त कर रही है। गांव-गांव में दुग्ध समितियों का गठन करके महिला सशक्तिकरण के इस अभियान को आगे बढ़ाया जा सकता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि महिलाएं सिलाई, कढ़ाई के कार्याें सहित रेडीमेड गारमेण्ट्स के उद्योग को अधिक कुशलता से आगे बढ़ा सकती हैं। आने वाले समय में रेडीमेड गारमेण्ट्स का हब उत्तर प्रदेश हो सकता है। इसके लिए महिलाओं को विशेष प्रशिक्षण, तकनीक, मशीनें, कच्चा माल उपलब्ध कराने की आवश्यकता है। इस दिशा में प्रयास करके उत्तर प्रदेश, चीन व वियतनाम जैसे देशों को पीछे छोड़कर विश्वस्तर पर अपना स्थान बना सकता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन व प्रदेश सरकार के प्रयासों से कोरोना महामारी नियंत्रित अवस्था में है। इस दौरान हमें इन रचनात्मक कार्याें को एक सकारात्मक भाव से आगे बढ़ाना होगा। प्रत्येक जिले की एक-एक हजार प्रशिक्षित महिलाओं का सम्मेलन होना चाहिए, जिससे अन्य लोगों को प्रेरणा प्राप्त होगी। वह परिवार व समाज की मार्गदर्शिका के रूप में कार्य करेंगी। प्रदेश सरकार महिला समर्थित ऐसे प्रोत्साहन कार्यक्रमों को निरंतर आगे बढ़ाने के लिए लगातार कार्य करती रहेगी। उन्होंने इस अवसर पर सभी महिलाओं को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि अगले तीन माह में इन 75,000 महिलाओं को बैंकों से जोड़ते हुए इनके स्वावलम्बन के कार्याें को एम0एस0एम0ई0 विभाग सम्पादित करेगा।
इस अवसर पर सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि एम0एस0एम0ई0 विभाग की ‘एक जनपद, एक उत्पाद योजना’ की चर्चा पूरे विश्व में है। इस योजना के समर्थित उत्पाद के प्रति लोगों में अपनत्व का भाव विकसित हो रहा है। एम0एस0एम0ई0 विभाग के ‘निर्भया-एक पहल’ कार्यक्रम से महिला उद्यमियों के विकास का वातावरण पूरे प्रदेश में सृजित होगा तथा उन्हें शासन की विभिन्न योजनाओं से जुड़ने व उनका लाभ प्राप्त करने में आसानी होगी। भारतीय डाक विभाग के सहयोग से इस पहल को व्यापक विस्तार दिया जा रहा है।
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम राज्यमंत्री श्री चौधरी उदयभान सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश अपनी साख व शक्ति में निरंतर वृद्धि कर रहा है। उत्तर प्रदेश एक नये विश्वास व ऊर्जा के साथ नारी गरिमा की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। कोरोना काल खण्ड में उत्तर प्रदेश के कोरोना प्रबन्धन एवं नियंत्रण मॉडल को विश्व में सराहा गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि महिला उद्यमिता हेल्पलाइन से उद्यमशीलता में आने वाली समस्याओं का शीघ्र निस्तारण हो सकेगा। यह वेबसाइट महिला उद्यमियों को विभाग से जुड़ी हुई जानकारी तथा प्रत्येक जनपद में दिये जा रहे प्रशिक्षण के सम्बन्ध में रियल टाइम सूचना उपलब्ध कराएगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज डाक विभाग द्वारा 75 जनपदों के ओ0डी0ओ0पी0 उत्पाद के जो विशेष आवरण जारी किये गये हैं, वह सम्पूर्ण भारत में एक रिकॉर्ड है। इससे पूर्व, इतने वृहद व विस्तृत स्तर पर भारतीय डाक द्वारा एक ही विषय पर आवरण जारी नहीं किये गये हैं। इन 75 विशेष आवरण में से 15 विशेष आवरण जी0आई0 टैग प्राप्त ओ0डी0ओ0पी0 उत्पादों के हैं। इससे प्रदेश के ओ0डी0ओ0पी0 उत्पादों को व्यापक राष्ट्रीय पहचान मिलेगी तथा इन स्पेशल आवरणों का उपयोग सरकारी पत्राचारों में किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि एम0एस0एम0ई0 विभाग की ‘निर्भया-एक पहल’ से प्रदेश की महिलाओं को सामाजिक एवं आर्थिक रूप से सबल व सुरक्षित बनाने में मदद मिलेगी। प्रशिक्षण प्राप्त कर रही महिलाओं को अगले तीन माह में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के माध्यम से प्रदेश के बैंकों से सस्ता लोन, विभिन्न योजनाओं के तहत सब्सिडी उपलब्ध कराकर इनके स्वावलम्बन की कार्यवाही को आगे बढ़ाया जाए। महिलाओं को सबल, सफल व सुरक्षित बनाने की इस पहल से महिलाओं को उनके कार्यस्थल पर सुरक्षा व सशक्तिकरण हेतु जागरूकता में वृद्धि भी होगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सुरक्षा, सम्मान व स्वावलम्बन एक-दूसरे से जुड़े हैं। सुरक्षा के वातावरण में महिलाओं को स्वावलम्बी बनाते हुए उनकेे सम्मान में वृद्धि एवं उसकी रक्षा की जा सकती है। प्रदेश सरकार द्वारा नारी शक्ति के सम्मान, सुरक्षा व स्वावलम्बन के कार्य को मिशन मोड में आगे बढ़ाने की कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की ‘एक जनपद, एक उत्पाद’ योजना पूरे देश में अपना गरिमामयी स्थान प्राप्त कर रही है। उसी तरह मिशन शक्ति का यह अभियान भी पूरे देश में सशक्त रूप से अपने प्रभावी परिणामों को प्राप्त करेगा, जिससे प्रदेश की माताएं व बहनें देश के विकास में अपनी अग्रणी भूमिका का निर्वहन करेंगी और प्रदेश को एक नयी पहचान दिलाने का कार्य भी करेंगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा मिशन शक्ति के अन्तर्गत चरणबद्ध रूप से विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गये। प्रदेश के गृह विभाग, महिला कल्याण विभाग, ग्राम्य विकास, पंचायतीराज विभाग, नगर विकास विभाग के बाद आज एम0एस0एम0ई0 विभाग इस कार्यक्रम के माध्यम से मिशन शक्ति अभियान से जुड़ गया है। अब तक एम0एस0एम0ई0 विभाग पुरुषों के स्वावलम्बन के लिए कार्य कर रहा था। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि अब एम0एस0एम0ई0 विभाग 75,000 महिलाओं को प्रशिक्षित करते हुए उनके स्वावलम्बन के कार्य को आगे बढ़ा रहा है, जिसकी आज प्रदेश में शुरुआत की गयी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में मजबूत कानून-व्यवस्था एवं सुशासन द्वारा प्रदेश की बहन-बेटियों के सम्मान व उनकी सुरक्षा में वृद्धि की जा रही है। प्रदेश सरकार ने वर्ष 2017 में एण्टी रोमियो स्क्वॉड का गठन किया था। सभी सार्वजनिक स्थलों पर महिला पिंक बूथ स्थापित किये गये हैं। प्रदेश की सभी तहसीलों व थानों में महिला हेल्पडेस्क बनाये गये हैं, जहां पर महिला पुलिस अधिकारियों द्वारा पूरी संवेदनशीलता के साथ महिलाओं की समस्याओं का निस्तारण किया जा रहा है। स्थापित हो चुके ग्राम सचिवालयों में मिशन शक्ति के तृतीय चरण के अन्तर्गत महिला शक्ति बूथ का गठन किया गया है। इन महिला शक्ति बूथों पर महिला बीट पुलिस कर्मियों द्वारा महिलाओं की शिकायतों व समस्याओं का निराकरण किया जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने विगत साढे़ चार वर्ष के कार्यकाल में डेढ़ लाख युवाओं को पुलिस में भर्ती किया है। इस पुलिस भर्ती में 20 प्रतिशत प्रदेश की बेटियों को स्थान मिला है। आज प्रदेश में 30 हजार महिला पुलिसकर्मी कार्यरत हैं। पहले महिला पुलिसकर्मियों को फील्ड ड्यूटी नहीं प्रदान की जाती थी। प्रदेश सरकार ने महिला पुलिसकर्मियों की क्षमता पर विश्वास करते हुए उन्हें फील्ड ड्यूटी प्रदान की है। आज महिला बीट पुलिसकर्मी गांव-गांव में महिला सम्मान, सुरक्षा व स्वावलम्बन को बढ़ाते हुए सुरक्षा का वातावरण निर्मित कर रही हैं। साथ ही, वह मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना, निराश्रित महिला पेंशन योजना, वृद्धावस्था पेंशन योजना, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, प्रधानमंत्री स्टार्टअप व स्टैण्डअप योजना, प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना सहित विभिन्न योजनाओं से लोगों को जोड़ रही हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि नारी अकेले नहीं होती, बल्कि वह समाज को एक नयी दिशा देने का आधार बनती है। नारी शक्ति की सहभागिता ‘निर्भया-एक पहल’ कार्यक्रम से जुड़ी हुई है। इसलिए महिला कल्याण एवं विकास की यह योजना स्वाभाविक रूप से सफल होगी। उन्होंने कहा कि ‘एक जनपद, एक उत्पाद योजना’ में खास तौर पर महिलाओं के लिए प्रशिक्षण प्रारम्भ होने चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि एम0एस0एम0ई0 विभाग को जिम्मेदारी दी गयी है कि अगले तीन माह में सभी 75 जनपदों में एक-एक हजार लोगों अर्थात 75,000 लोगों को विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना से जोड़कर उन्हें प्रशिक्षित करते हुए स्वावलम्बी बनाएं। विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के विभिन्न ट्रेड्स में से कई ट्रेड महिलाओं के लिए विशेषीकृत हो सकते हैं। इन महिलाओं को प्रशिक्षण व टूलकिट उपलब्ध कराने की कार्यवाही की जानी चाहिए। साथ ही, उन्हें प्रशिक्षण के दौरान एक निश्चित मानदेय भी प्रदान किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि नारी दृढ़ निश्चय व आत्मशक्ति से कठिन से कठिन कार्याें को सम्पादित कर सकती हैं। इन कार्याें में समाज का आंशिक सहयोग मिलने पर भी वह सफलता की नयी ऊँचाइयांे को छू सकती हैं। झांसी में बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर इसका सर्वाेत्तम उदाहरण है। 600 ग्रामों की महिलाओं द्वारा संचालित यह संस्था 04 करोड़ रुपये प्रतिवर्ष का लाभ प्राप्त कर रही है। गांव-गांव में दुग्ध समितियों का गठन करके महिला सशक्तिकरण के इस अभियान को आगे बढ़ाया जा सकता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि महिलाएं सिलाई, कढ़ाई के कार्याें सहित रेडीमेड गारमेण्ट्स के उद्योग को अधिक कुशलता से आगे बढ़ा सकती हैं। आने वाले समय में रेडीमेड गारमेण्ट्स का हब उत्तर प्रदेश हो सकता है। इसके लिए महिलाओं को विशेष प्रशिक्षण, तकनीक, मशीनें, कच्चा माल उपलब्ध कराने की आवश्यकता है। इस दिशा में प्रयास करके उत्तर प्रदेश, चीन व वियतनाम जैसे देशों को पीछे छोड़कर विश्वस्तर पर अपना स्थान बना सकता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन व प्रदेश सरकार के प्रयासों से कोरोना महामारी नियंत्रित अवस्था में है। इस दौरान हमें इन रचनात्मक कार्याें को एक सकारात्मक भाव से आगे बढ़ाना होगा। प्रत्येक जिले की एक-एक हजार प्रशिक्षित महिलाओं का सम्मेलन होना चाहिए, जिससे अन्य लोगों को प्रेरणा प्राप्त होगी। वह परिवार व समाज की मार्गदर्शिका के रूप में कार्य करेंगी। प्रदेश सरकार महिला समर्थित ऐसे प्रोत्साहन कार्यक्रमों को निरंतर आगे बढ़ाने के लिए लगातार कार्य करती रहेगी। उन्होंने इस अवसर पर सभी महिलाओं को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि अगले तीन माह में इन 75,000 महिलाओं को बैंकों से जोड़ते हुए इनके स्वावलम्बन के कार्याें को एम0एस0एम0ई0 विभाग सम्पादित करेगा।
इस अवसर पर सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि एम0एस0एम0ई0 विभाग की ‘एक जनपद, एक उत्पाद योजना’ की चर्चा पूरे विश्व में है। इस योजना के समर्थित उत्पाद के प्रति लोगों में अपनत्व का भाव विकसित हो रहा है। एम0एस0एम0ई0 विभाग के ‘निर्भया-एक पहल’ कार्यक्रम से महिला उद्यमियों के विकास का वातावरण पूरे प्रदेश में सृजित होगा तथा उन्हें शासन की विभिन्न योजनाओं से जुड़ने व उनका लाभ प्राप्त करने में आसानी होगी। भारतीय डाक विभाग के सहयोग से इस पहल को व्यापक विस्तार दिया जा रहा है।
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम राज्यमंत्री श्री चौधरी उदयभान सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश अपनी साख व शक्ति में निरंतर वृद्धि कर रहा है। उत्तर प्रदेश एक नये विश्वास व ऊर्जा के साथ नारी गरिमा की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। कोरोना काल खण्ड में उत्तर प्रदेश के कोरोना प्रबन्धन एवं नियंत्रण मॉडल को विश्व में सराहा गया है।