नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस को मंगलवार को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी, जब एक टेरर मॉड्यूल का पर्दाफाश करते हुए 6 संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया गया । इन्हीं में से एक नाम अबू बकर का भी है । अबू यूपी के बहराइच के कैसरगंज इलाके का रहने वाला है । मंगलवार शाम जैसे ही अबू बकर पुलिस की गिरफ्त में आया तो कैसरगंज में भी सरगर्मी बढ़ गई । शाम के वक्त एटीएस और स्थानीय पुलिस उसके भाई मोहम्मद उमर को भी पूछताछ के लिए थाने ले आई थी । तब तक ये नहीं जानते थे कि उसके भाई को पुलिस ने पकड़ लिया है, उमर का दावा है कि उसे भी उसके भाई का नाम आतंकी लिस्ट में होने के बारे में कोई जानकारी नहीं थी । उसे इसका पता टीवी से चला ।
मोहम्मद उमर ने पुलिस को बताया है कि उसके पिता सऊदी अरब के जेद्दाह में रहते हैं, जब उसका भाई अबू 6 साल और वो 4 साल का था तभी अपने पिता के बुलाने पर सऊदी चले गए थे । उनकी पढ़ाई वहीं हुई है । साल 2013 में दोनों भारत लौट आए और इसके बाद सहारनपुर स्थित देवबंद से आगे की पढ़ाई की । उमर ने ये भी बताया कि अबू की शादी हो चुकी है और उसकी एक बेटी भी है । वो सभी सोनारी चौराहे पर एक साथ एक ही घर में रहते हैं ।
उमर ने बताया कि उसका भाई अबू बकर चार दिन पहले ज़मात में शामिल होने दिल्ली मरकज़ गया था । मोहम्मद उमर ने अपने भाई को बेकसूर बताते हुए प्रधानमंत्री मोदी और दिल्ली पुलिस से अपील की है कि उसके भाई की जांच जल्दी पूरी कर उसे रिहा किया जाए । वो निर्दोष है और उसने कुछ नहीं किया ।
चाचा बोले- हम हिंदुस्तानी
अबू बकर के चाचा भी इस खबर के बाद हैरान हैं, कैसरगंज के सोनारी चौराहे पर कई सालों से टेंट का व्यवसाय कर रहे अम्मार खां ने कहा कि अबू बकर उनका अपना भतीजा है, वो पूरी तरह निर्दोष है । अम्मार ने कहा कि उनके भाई सुन्ना खान लगभग 40 सालों से सऊदी अरब में रह रहे हैं । उनके मुताबिक अबू ने देवबंद से आलिम, कारी जैसी सभी डिग्रियां कम्प्लीट की हैं । उनके भतीजे का नाम आतंकियों की लिस्ट में देखने के बाद उनको गहरा धक्का लगा है । अम्मार खांन ने कहा कि वो हिंदुस्तानी हैं, और वो इस वतन को चाहते हैं । उनका भतीजा निर्दोष है ।