अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे और अंतरिम सरकार के गठन के बाद अमेरिका ने सोमवार को अहम फैसला लिया है. अमेरिका ने अफगानिस्तान के लोगों के लिए आर्थिक मदद करने की घोषणा की है. वह अफगानिस्तान की जनता के लिए तकरीबन 64 मिलियन डॉलर की मदद करने जा रहा है.
बता दें कि 9/11 आतंकी हमले के बाद अमेरिका और नाटो की सेनाएं अफगानिस्तान गई थीं, जहां पर 20 सालों तक रहने के बाद पिछले दिनों वापस लौट गई हैं. अमेरिकी सेनाओं की वापसी के बाद से ही अफगानिस्तान में हालात खराब होने लगे थे. 15 अगस्त को तालिबानी लड़ाकों ने राजधानी काबुल पर कब्जा जमाते ही पूरे देश पर शासन करना शुरू कर दिया था. इसी दौरान, अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी ने भी देश छोड़ दिया.
31 अगस्त को अमेरिकी सेना के पूरी तरह से अफगानिस्तान छोड़ने के बाद तालिबान ने पिछले दिनों अंतरिम सरकार का गठन कर दिया, जिसमें मुल्ला हसन अखुंद को प्रधानमंत्री बनाया गया है. वहीं, वैश्विक आतंकवादी सिराजुद्दीन हक्कानी को नए गृह मंत्री के रूप में जिम्मेदारी दी गई है.