बहराइच/लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को बहराइच में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया. इसके बाद महसी तहसील के राजी चौराहे पर बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात कर उन्हें राहत सामग्री बांटी. सुबह से ही मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में आसपास के गांवों के ग्रामीणों का जुटना शुरू हो गया था. दोपहर की चिलचिलाती धूप लोगों के हौसले के आगे फीकी दिखाई दी. मुख्यमंत्री ने बाढ़ व कटान पीड़ितों को राशन, सहायता राशि का चेक व आवास की चाबी सौंप उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया.
इस दौरान मुख्यमंत्री ने भाजपा सरकार की जनहितकारी नीतियों को गिनाकर ग्रामीणों को साधने की कोशिश की. साढ़े चार वर्ष के कार्यकाल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का महसी के बाढ़ व कटान पीड़ितों से मिलने व उनकी सुध लेने का यह दूसरा मौका रहा. इससे पहले वह वर्ष 2017 में इस क्षेत्र में आए थे. मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि राहत और बचाव के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी की बाढ़ ईकाई को हर जिले में तैनात किया गया है. बाढ़ के पानी में डूबने या किसी हिंसक जानवर के काटने से मौत होती है तो पीड़ित परिवारों को 4 लाख रुपये उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जा रही है.
मुख्यमंत्री अगले तीन दिन बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे. इस दौरान वह बाढ़ प्रभावित परिवारों को मिलने वाली राहत सामग्री की समीक्षा करेंगे. उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्से में बाढ़ के हालात बने हुए हैं. इस वजह से लाखों लोग प्रभावित हैं. जन-जीवन अस्त-व्यस्त है. गोरखपुर, बहराइच, गोंडा में बाढ़ ने कहर बरपाया है. गोरखपुर में राप्ती और रोहन नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. इसके कारण निचले इलाकों में पानी भर गया है. इस बीच यूपी के कई जिलों में डेंगी और वायरल फीवर का प्रकोप भी पांव पसार रहा है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में दवाइयों का वितरण किया जा रहा है.