हरियाणा के करनाल में कृषि कानूनों के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन कर रहे कथित किसानों पर पुलिस लाठीचार्ज पर सियासत गरमा गई है। इसको लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और उनके हरियाणा के समकक्ष मनोहर लाल खट्टर के बीच आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया है।
अमरिंदर सिंह ने इस घटना के लिए हरियाणा के सीएम एमएल खट्टर को जिम्मेदार ठहराते हुए उनके इस्तीफे की माँग की। उन्होंने कहा कि खट्टर प्रदर्शन कर रहे किसानों से माफी माँगे। सिंह ने पुलिस कार्रवाई को बर्बरतापूर्ण बताते हुए इसे ‘सरकार प्रायोजित हमला’ बताया है। पंजाब के सीएम ने टिप्पणी की, “हमारे अन्नदाता (किसानों) साथ ऐसा बर्ताव नहीं किया जाना चाहिए। खट्टर घायल किसानों को मुआवजा दें।”
#WATCH | Haryana: Police baton charged farmers who were protesting at Bastara toll plaza area in Karnal pic.twitter.com/NlYiUnDJMr
— ANI (@ANI) August 28, 2021
सिंह की इस्तीफे की माँग पर जवाब देते हुए खट्टर ने कहा, “पंजाब के मुख्यमंत्री कौन होते हैं मुझसे त्यागपत्र माँगने वाले, बल्कि उन्हें त्यागपत्र दे देना चाहिए। उन्होंने आंदोलन के लिए पंजाब के लोगों को उकसाया है।”
पंजाब के मुख्यमंत्री कौन होते हैं मुझसे त्यागपत्र मांगने वाले, बल्कि उन्हें त्यागपत्र दे देना चाहिए, उन्होंने आंदोलन के लिए पंजाब के लोगों को उकसाया है। pic.twitter.com/cRSAzm5TO6
— Manohar Lal (@mlkhattar) August 30, 2021
खट्टर ने आगे कहा, “हम हरियाणा में अपने किसानों की देखभाल कर रहे हैं। हरियाणा का कोई भी किसान टिकरी या सिंघु बॉर्डर पर नहीं बैठा है।” खट्टर ने सिंह पर पंजाब के लोगों को उकसाने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा, “पंजाब में अमरिंदर सिंह किसानों को भड़का रहे हैं। हरियाणा में भूपिंदर सिंह हुड्डा और अन्य कॉन्ग्रेसी नेता उन्हें भड़का रहे हैं। आपको लगता है कि हम नहीं जानते?”
करनाल एसडीएम आयुष सिन्हा की कथित टिप्पणी, जिसने इस विवाद को जन्म दिया उसको लेकर खट्टर ने कहा कि कानून और व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए सख्ती बनाए रखना जरूरी है। हरियाणा के मुख्यमंत्री ने कहा, “मुझे लोगों के फोन आ रहे हैं कि किसानों से सख्ती से निपटने की जरूरत है, लेकिन हम संयम बरत रहे हैं क्योंकि वे हमारे लोग हैं।”
खट्टर का सवाल, पंजाब सरकार का पर्दाफाश
आरोप-प्रत्यारोप के बीच हरियाणा के मुख्यमंत्री ने अपने राज्य में किसानों के लिए किए गए कार्यों पर प्रकाश डाला। अपने ट्वीट्स में पंजाब के सीएम को टैग करते हुए उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) का इस्तेमाल कर एमएसपी पर 10 फसलों की खरीद करता है। उन्होंने सिंह से सवाल किया कि कॉन्ग्रेस के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार एमएसपी पर कितनी फसल खरीदती है?
Dear @capt_amarinder ji,
1. Haryana procures 10 crops at MSP – paddy, wheat, mustard, bajra, gram, moong, maize, ground nut, sun flower, cotton and makes the MSP payment directly into the account of the farmer. How many crops does Punjab buy from the farmer at MSP?— Manohar Lal (@mlkhattar) August 30, 2021
खट्टर ने बताया कि जो किसान धान की खेती छोड़ कुछ और करना चाहते हैं उन्हें सरकार 7,000 रुपए प्रति एकड़ की प्रोत्साहन राशि प्रदान करती है। धान की बुआई करने वाले किसान को 5,000 रुपए प्रति एकड़ का प्रोत्साहन देती है। पंजाब अपने किसानों को कितनी प्रोत्साहन रााशि देती है?
खट्टर ने एक ट्वीट में कहा, “हरियाणा पिछले 7 वर्षों से अपने किसानों को गन्ने के लिए देश में सबसे अधिक एमएसपी का भुगतान कर रहा है।” हरियाणा के मुख्यमंत्री ने आगे बागवानी और सिंचाई योजनाओं का उल्लेख करते हुए विभिन्न योजनाओं का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि आई-फॉर्म की मँजूरी से 72 घंटे से अधिक भुगतान में देरी होने पर उनकी सरकार किसानों को 12% की दर से ब्याज देती है। उन्होंने पूछा क्या पंजाब की सरकार ऐसा करती है?
खट्टर ने कहा कि हरियाणा सरकार ने किसानों को हो रहे नुकसान की भरपाई के लिए भावांतर भरपाई योजना शुरू की, ताकि उन्हें अपने फल-सब्जियों को कम दामों पर बेचने को मजबूर न होना पड़े। उन्होंने पूछा कि कैप्टन अमरिन्दर की सरकार बागवानी किसानों को प्रोत्साहन देने के लिए क्या करती है? सिंह के किसान विरोधी आरोप पर करारा जवाब देते हुए हरियाणा के सीएम ने यह पूछकर, “किसान विरोधी कौन है, कैप्टन अमरिंदर जी? पंजाब या हरियाणा?” अपना ट्विटर टैग समाप्त कर दिया।