अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद भारत, अमेरिका समेत कई देश बड़े स्तर पर रेस्क्यू मिशन चला रहे हैं. लोगों को अफगानिस्तान से बाहर निकालने का काम लगातार जारी है. इस बीच, काबुल में सीरियल ब्लास्ट की खबर है. अमेरिकी मीडिया अल जजीरा के मुताबिक 15 लोगों के घायल होने की खबर है. वहीं बच्चों समेत 13 लोगों के हादसे में मरने की पुष्टि हुई है. अल जजीरा के मुताबिक यह एक आत्मघाती हमला है.
पेंटागन ने हमले की पुष्टि की है. इससे पहले, इटली के एक सैन्य विमान के काबुल एयरपोर्ट से उड़ने के बाद उसपर फायरिंग की गई थी. हालांकि, इस घटना में विमान को कोई भी नुकसान नहीं पहुंचा था.
धमाके के बाद अब वहां से लोगों को निकाले जा रहे अभियानों पर असर पड़ने की आशंका जताई जा रहा है. जिस तरह अल जजीरा का कहना है कि यह एक आत्मघाती हमला है, ऐसे में अमेरिका ने सबसे पहले एक एडवाइजरी जारी कर के अपने लोगों के एयरपोर्ट के आस पास नहीं जाने की हिदायत दी है. ऐसे में माना जा रहा है कि भारतीयों को लाने के मिशन को भी एक बड़ा झटका लग सकता है.
आपको बता दें कि अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया समेत तमाम देशों की ओर से पहले ही हमले की चेतावनी दे दी गई थी और अपने नागरिकों से कहा था कि वे एयरपोर्ट से दूर चले जाएं.
काबुल एयरपोर्ट पर कंट्रोल के लिए तालिबान, तुर्की और अमेरिका में तनाव की स्थिति बनी हुई है. तालिबान की धमकी से इतर अमेरिका खुद ही इस दिन पूरी तरह से अफगानिस्तान छोड़ने का मन बना चुका है. कई नाटो देश भी ऐसा ही करने जा रहे हैं, ऐसे में अब सबसे बड़ा सवाल ये खड़ा हो रहा है कि इनके बाद काबुल एयरपोर्ट का कंट्रोल किसके पास रहेगा.