अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद देश की स्थिति खराब हो रही है, लोगों को निकालने की कोशिशें जारी है, अमेरिकी सेना ने अफगानिस्तान से लोगों को निकालने की कार्रवाई में अब तक सोमवार को सबसे ज्यादा संख्या में लोगों को हवाई रास्ते से बाहर निकाला, इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बड़ा ऐलान किया है, उन्होने कहा कि अमेरिका अफगानियों को शरण दे सकता है।
सेना की मदद करने वालों को शरण
जो बाइडेन ने कहा कि युद्ध के दौरान अमेरिकी सेना की मदद करने वाले अफगानियों को बाद में अमेरिका में शरण दी जा सकती है, उन्होने ट्विटर पर लिखा, एक बार स्क्रीनिंग और बाकी औपचारिकताएं पूरी हो जाने के बाद हम उन अफगानों का स्वागत करेंगे, जिन्होने युद्ध के दौरान यूएसए की मदद की थी, हम ऐसे ही हैं, अमेरिका की यही पहचान रही है।
तालिबान ने अमेरिका-ब्रिटेन को दी चेतावनी
अफगानिस्तान पर जी-7 की आपात बैठक से पहले सोमवार को तालिबान ने चेतावनी दी है, अगर अमेरिका और ब्रिटेन युद्ध से जर्जर देश से अमेरिकी बलों की वापसी की तारीख 31 अगस्त से आगे बढाने की बात करते हैं, तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे, कतर की राजधानी दोहा में स्काई न्यूज से बात कहते हुए तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने कहा कि महीने के अंत में तय डेडलाइन अंतिम तारीख है, उसे आगे बढाये जाने का मतलब होगा, देश में उनका और ज्यादा दिनों तक रुकना, उन्होने कहा कि ये समय सीमा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने तय की है, ब्रिटेन तथा अमेरिका इसे आगे बढाने की बात करते हैं, तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
बोरिस जॉनसन ने बुलाई जी-7 नेताओं की मीटिंग
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का कहना है कि अफगानिस्तान की राजधानी से अमेरिकियों तथा हजारों अन्य लोगों के हवाई मार्ग से लाने का कठिन और पीड़ादायी काम तेजी से चल रहा है, साथ ही उन्होने इस अभियान को 31 अगस्त की समय सीमा से आगे चलाने की संभावना को भी नहीं नकारा, वहीं ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन ने मंगलवार को समूह जू-7 के नेताओं की मीटिंग बुलाई है, जहां क्षेत्रीय संकट पर चर्चा होगी।