हरिद्वार। घर में दो छोटे भाइयों के साथ खेल रही एक बच्ची ने खेल-खेल में फांसी लगा ली। बहन को बेसुध लटका देख छोटे जुड़वा भाइयों ने शोर मचाया तो पड़ोसियों ने बच्ची को अस्पताल पहुंचाया। डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। एसएचओ कमल कुमार लुंठी ने बताया कि प्रथम ²ष्टया बच्ची ने खेलने के दौरान फांसी लगाई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर मौत का कारण स्पष्ट हो जाएगा।
पुलिस के मुताबिक, मूलरूप से देवपुरा हरिद्वार निवासी मदन कनखल के चौक बाजार में किराये में रहते हैं। मदन एक निजी स्कूल में गाड़ी चलाते हैं। उनकी पत्नी भी काम करती हैं। पति-पत्नी के बाहर काम पर जाने के दौरान करीब 10 साल की बेटी अंचिता उर्फ अंजल अपने दो छोटे जुड़वा भाइयों को संभालती थी। गुरुवार को मदन और उनकी पत्नी काम पर गए थे। पुलिस ने बताया कि आशंका है कि इसी दौरान अंचिता ने खेलते हुए कुंडे में दुपट्टा डाला और उसमें अपनी गर्दन फंसा ली। फंदा बनने पर दम घुटने से उसकी मौत हो गई। काफी देर तक जब अंचिता कुछ नहीं बोली, तब दोनों भाइयों ने घबराकर शोर मचाया। पड़ोसियों के पूछने पर बच्चों ने बताया कि उनकी बहन लटक रही है।
पड़ोसियों ने बच्ची को फंदे से उतारकर अस्पताल पहुंचाया। चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित करते हुए पुलिस को सूचना दी। तब तक मदन और उसकी पत्नी भी अस्पताल पहुंच गए। उपनिरीक्षक देवेंद्र चौहान ने शव का पंचनामा भरते हुए पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भिजवा दिया। एसएचओ कनखल कमल कुमार लुंठी ने परिवार व पड़ोसियों से घटना की जानकारी ली। पति पत्नी और दोनों बच्चों का रोना देखकर हर पड़ोसी भी गमजदा हो गए।
हरिद्वार: खेल-खेल में फांसी लगने से बच्ची की मौत की शहर में करीब साल भर के भीतर यह दूसरी घटना है। ज्वालापुर के मोहल्ला देवतान में भी एक बच्ची की झूला झूलने के दौरान दम घुटने से मौत हो गई थी। झूला गोल-गोल घूमने पर फंदा बन गया था। पड़ोसियों के अनुसार बच्ची का शव पंखे के कुंडे के सहारे लटका मिला है। 10 साल की बच्ची पंखे के कुंडे में फंदा लगा सकती है, इसको लेकर सवाल उठ रहे हैं। हालांकि दोनों भाइयों ने पड़ोसियों और पुलिस को यही कहानी बताई है।