श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) में पकड़े गए जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) के 4 आतंकियों को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. जम्मू-कश्मीर पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि आतंकवादियों को अयोध्या राम जन्मभूमि (Ram Janmabhoomi) की रेकी का काम सौंपा गया था. हालांकि काम पूरा करने से पहले ही उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
घाटी को दहलाने की साजिश
इतना ही नहीं, पकड़े गए आतंकी जम्मू में वाहन आधारित आईईडी लगाने की योजना भी बना रहे थे. प्रवक्ता ने बताया कि प्रिचू पुलवामा निवासी एवं जैश-ए-मोहम्मद सदस्य मुंतजिर मंजूर उर्फ सैफुल्ला को इस कड़ी में सबसे पहले गिरफ्तार किया गया और उसके पास से एक पिस्तौल, एक मैगजीन, आठ कारतूस और दो चीनी हथगोले जब्त किए गए. उन्होंने कहा कि कश्मीर में हथियार ले जाने के लिए इस्तेमाल किया गया उसका ट्रक भी जब्त कर लिया गया है.
ड्रोन से भारत में आए हथियार
प्रवक्ता ने बताया कि इसके बाद, उत्तर प्रदेश के शामली जिले के कांधला में मिरदान मोहल्ला निवासी इजहार खान उर्फ सोनू खान सहित जैश के तीन और आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया. खान ने खुलासा किया कि मुनाजिर उर्फ शाहिद के नाम से पाकिस्तान में जैश के एक कमांडर ने उसे अमृतसर के पास से हथियार लेने के लिए कहा था जिसे ड्रोन से गिराया जाना था. जैश ने खान को पानीपत तेल रिफाइनरी की रेकी के लिए भी कहा था जो उसने किया और पाकिस्तान को वीडियो भेजे. इसके बाद उसे अयोध्या राम जन्मभूमि (Ayodhya Ram Janmabhoomi) की रेकी का काम भी सौंपा गया था, लेकिन काम पूरा करने से पहले ही उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
ब्लास्ट के लिए खरीदी बाइक
जबकि अन्य आतंकी शोपियां जिले के जेफ इलाके के निवासी तौसीफ अहमद शाह उर्फ शौकत को जैश कमांडर शाहिद और पाकिस्तान में अबरार नाम के एक अन्य जैश आतंकवादी ने जम्मू में रहने का स्थान लेने का काम सौंपा था, जो उसने किया. प्रवक्ता ने बताया कि फिर उसे जम्मू में आईईडी विस्फोट करने के लिए एक पुरानी मोटरसाइकिल खरीदने के लिए कहा गया. इसके लिए आईईडी को एक ड्रोन द्वारा गिराया जाना था. उन्होंने कहा कि शाह को यह काम पूरा करने से पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया.
पुलिस की जांच जारी है
पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलवामा जिले के बंदजू इलाके के निवासी जहांगीर अहमद भट को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है. वह कश्मीर का एक फल व्यापारी है जो लगातार पाकिस्तान में शाहिद के संपर्क में था और उसने इजाहगार खान का परिचय उससे कराया था. उन्होंने कहा कि भट कश्मीर और देश के बाकी हिस्सों में जैश-ए-मोहम्मद के लिए भर्ती कर रहा था. पुलिस ने कहा कि बचे हुए आतंकी मॉड्यूल के काम पर आगे की जांच जारी है.