भारत और इंग्लैंड के बीच 5 टेस्ट मैचों की सीरीज का दूसरा मुकाबला लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर खेला जा रहा है। इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया। गुरुवार सुबह लंदन में बारिश हुई है। ओवरकास्ट कंडीशन रहने की वजह से पहले गेंदबाजी करने वाली टीम फायदे में रह सकती है।
भारत ने प्लेइंग-11 में एक बदलाव किया है। चोटिल शार्दूल ठाकुर की जगह इशांत शर्मा को शामिल किया गया है। वहीं इंग्लैंड में भी 3 बदलाव किए गए हैं। हसीब हमीद, मोइन अली और मार्क वुड को मौका मिला है। डैन लॉरेंस, जैक क्राउली और स्टुअर्ट ब्रॉड बाहर हुए हैं। ब्रॉड चोटिल थे। इंग्लैंड के लिए राहत की खबर यह है कि तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन फिट हैं और खेल रहे हैं।
दोनों टीमें
इंग्लैंड: जो रूट (कप्तान), डोमिनिक सिबली, रोरी बर्न्स, मोइन अली, जॉनी बेयरस्टो, हसीब हमीद, जोस बटलर (विकेटकीपर), सैम करन, मार्क वुड, जेम्स एंडरसन और ओली रॉबिन्सन।
भारत: रोहित शर्मा, लोकेश राहुल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली (कप्तान), अजिंक्य रहाणे, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), रवींद्र जडेजा, इशांत शर्मा, मोहम्मद सिराज, मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह।
मोइल अली के रहने से इंग्लैंड टीम मजबूत
मोइन अली गेंद और बल्ले से इंग्लैंड के लिए अहम भूमिका निभा सकते हैं। भारत के खिलाफ मोइन ने अब तक 13 टेस्ट मैचों में 673 रन बनाए हैं। साथ ही 49 विकेट भी लिए हैं।
भारत और इंग्लैंड के बीच रिकॉर्ड
रिकॉर्ड की बात करें तो भारत और इंग्लैंड के बीच अब तक कुल 127 टेस्ट खेले गए हैं। इसमें से टीम इंडिया को सिर्फ 29 मैचों में जीत मिली। जबकि, इंग्लिश टीम ने 48 मुकाबलों में जीत हासिल की है। 50 मैच ड्रॉ रहे। इंग्लैंड में भारत ने कुल 63 टेस्ट खेले हैं। इसमें से टीम इंडिया ने 7 और इंग्लैंड ने 34 मैच जीते हैं। 22 टेस्ट ड्रॉ रहे।
लॉर्ड्स में इंग्लैंड का पलड़ा भारी
लॉर्ड्स में दोनों टीमों के बीच खेले गए 18 टेस्ट में 12 इंग्लैंड ने जीते और 2 टेस्ट में भारत को जीत मिली। 4 टेस्ट ड्रॉ रहे। इंग्लिश टीम ने 2018 में खेले गए पिछले मैच में भारत को पारी और 159 रन से हराया था। टीम इंडिया ने आखिरी बार लॉर्ड्स में 2014 में जीत हासिल की थी। तब उन्होंने इंग्लैंड को 95 रन से हराया था।
पहले टेस्ट में फास्ट बॉलर्स का अच्छा प्रदर्शन
पहले टेस्ट मैच टीम में इंडिया के तेज गेंदबाजों ने अपने शानदार प्रदर्शन से सभी को खासा प्रभावित किया था। दोनों पारियों में भारत ने इंग्लैंड को ऑल-आउट किया था और सभी 20 विकेट तेज गेंदबाजों की झोली में ही आए थे। 2018 के बाद विदेशी सरजमीं पर पहली बार ऐसा देखने को मिला था, जब भारतीय तेज गेंदबाजों के खाते में सभी 20 विकेट आए हों।
बल्लेबाजी में सुधार की जरूरत
भारतीय टीम को दुनिया की सबसे खतरनाक बैटिंग लाइन-अप वाली टीम माना जाती है, लेकिन पिछले काफी समय से टीम इंडिया की बल्लेबाजी ने सभी को बहुत निराश किया है। इंग्लैंड के खिलाफ नॉटिंघम टेस्ट की पहली पारी में भारत 95 रनों की बढ़त बनाने में सफल रहा था, लेकिन यह बढ़त और बड़ी हो सकती थी। रोहित शर्मा के विकेट के बाद भारत का पूरा मध्यक्रम ताश के पत्तों की तरह ढेर हो गया था।
चेतेश्वर पुजारा और उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे भी अच्छी फॉर्म में नहीं हैं और कप्तान विराट कोहली के बल्ले से भी पिछले दो सालों से कोई शतक नहीं देखने को मिला है। अगर टीम इंडिया को लॉर्ड्स में बेहतर खेल दिखाना है तो बल्लेबाजों को अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए बढ़िया खेल दिखाना होगा।