भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने कहा कि रीता बहुगुणा जोशी का घर जलाने वाले को पार्टी में शामिल करना गलत है. वहीं समाजवादी पार्टी के नेता पवन पांडे ने योगी सरकार को ब्राह्मण विरोधी ठहराते हुए यह सवाल उठाया था कि बीजेपी नेता रीता बहुगुणा जोशी का घर जलाने वाले को बीजेपी की सदस्यता दे दी गई. इसके जवाब में बाजपेयी ने कहा कि यह गलत है. बाजपेयी ने कहा कि किसी की हिम्मत नहीं है कि न्यायालय में जाकर खुशी दुबे को न्याय दिलाए. विपक्ष के लोग सिर्फ राजनीति कर रहे हैं.
बीजेपी में जाति का कोई संकट नहीं!
लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने कहा कि बीजेपी के सामने जाति का कोई संकट नहीं है. बीजेपी ने सारे विकास कार्य जाति, धर्म से परे किए हैं. इसलिए जनता के सामने कोई सवाल भी नहीं है. उन्होंने कहा कि विपक्ष के लोग खुशी दुबे के नाम पर राजनीति कर रहे हैं उन्हें न्याय नहीं दिलाना चाहते. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने कई प्रदेश अध्यक्ष ब्राह्मण समाज से बनाए हैं.
समाजवादी पार्टी के नेता पवन पांडे ने कहा कि ब्राह्मण समाज भारतीय जनता पार्टी से नाराज है. उन्होंने कहा कि सिर्फ एक विकास दुबे ही नहीं यूपी में करीब 1,000 ब्राह्मणों का एनकाउंटर हुआ है.
उन्होंने कहा कि खुशी दुबे का क्या अपराध है जो उसे जेल में डाल दिया गया है. पवन पांडे ने कहा, ‘रीता बहुगुणा जोशी का घर जलाने वाले को बीजेपी की सदस्यता दे दी गई. बीजेपी में ब्राह्मण उत्पीड़न के सबसे बड़े उदाहरण तो खुद लक्ष्मीकांत वाजपेयी जी हैं, जो कई साल से हाशिए पर हैं.’
बीजेपी किसी ब्राह्मण को सीएम नहीं बनाएगी: प्रमोद तिवारी
कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि बीजेपी में सभी पदों पर ब्राह्मण आ सकते हैं, लेकिन वह प्रदेश में किसी ब्राह्मण को मुख्यमंत्री नहीं बना सकते. कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि यूपी और बिहार में जाति, धर्म का असर होता है. इसे स्वीकार करना होगा. कुपोषण के इंडेक्स में ये दोनों राज्य ऊपर हैं. ये लोग जानते हैं कि इनके सामने धर्म का सहारा है, इसलिए वे यह कहते हैं कि महंगाई नहीं है. दुर्भाग्य है कि क्षेत्रीय पार्टियां तो जाति एवं धर्म की राजनीति करती ही थीं, यहां आकर राष्ट्रीय दल भी ऐसी राजनीति करने लगे हैं.
तिवारी ने कहा, ‘धर्म और उसका दुरुपयोग निकाल दें तो उत्तर प्रदेश में बीजेपी की यह हैसियत नहीं है कि बढ़ी महंगाई, बेरोजगारी, छुट्टे जानवरों जैसे मसलों पर जनता के बीच आ सके. पश्चिम यूपी में तो किसानों की वजह से ये बिल्कुल नहीं जा सकते.’
उन्होंने कहा कि जनता ने सत्ता बदलने का मन बना लिया है. जब 104 रुपये का पेट्रोल भराकर आती है, तो वह यह कैसे स्वीकार कर सकती है कि महंगाई नहीं है.