लखनऊ। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) 5 अगस्त को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना दिवस मना रहा है. इस अवसर पर पूरे राज्य में बड़े पैमाने पर जागरूकता कार्यक्रम चलाया जायेगा ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि योजना का लाभ उठाने में कोई लाभार्थी पीछे न छूट जाये. राज्य के लगभग 15 करोड़ लाभार्थियों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के जरिये निशुल्क राशन मिल रहा है. राज्य में लगभग 80 हजार सरकारी गल्ले की दुकानें योजना के तहत लाभार्थियों को अनाज उपलब्ध करा रही हैं.
प्रधानमंत्री करेंगे सीधा संवाद
5 अगस्त को उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की 80 हजार राशन की दुकानों से एक दिन में 80 लाख लोगों को फ्री राशन (Free Ration) बांटा जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) गरीब कल्याण अन्न योजना के लाभार्थियों से सीधा संवाद करेंगे. सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) अयोध्या में गरीबों और जरूरतमंदों को अन्न वितरित करेंगे.
‘जरूरतममंद राशन से वंचित न रहे’
इस योजना के तहत 11 महीने केंद्र सरकार और पांच महीने राज्य सरकार ने लोगों को 10 करोड़ कुंतल से अधिक फ्री राशन कोरोना काल में दिया है. 25 करोड़ की आबादी वाले राज्य यूपी में 15 करोड़ लोगों को हर माह फ्री राशन मिल रहा है. सीएम योगी ने निर्देश दिया था कि एक भी जरूरतममंद राशन से वंचित न रहे. राशन कार्ड न हो, तो तत्काल बनावाए जाएं. राज्य सरकार को ई-पॉस मशीनों से राशन वितरण के कारण मई तक करीब 3263 करोड़ से अधिक की सब्सिडी की बचत हुई.
नवंबर तक योजना बढ़ाई गई है
पिछली सरकारों में राशन के लिए लोगों को धरना-प्रदर्शन करना पड़ता था. अनाज की काला बाजारी और भ्रष्टाचार चरम पर था. कोरोना काल में 43,572 कार्ड धारकों ने दूसरे राज्यों और दूसरे राज्यों के 6616 कार्ड धारकों ने यूपी में राशन लिया. 8137 से अधिक असहाय लोगों को उनके घर पर ही राशन पहुंचाया गया. इस दौरान प्रति यूनिट पांच किलो गेहूं, चावल और चना भी दिया गया. अभी नवंबर तक और यह योजना बढ़ाई गई है.