नई दिल्ली। संसद के मौजूदा मॉनसून सत्र का आज 12वां दिन है, लेकिन अब तक एक भी दिन ऐसा नहीं गुजरा जब विपक्ष ने जमकर हंगामा न किया हो. अब तक पूरा सत्र हंगामे की ही भेंट चढ़ा है. बुधवार को भी यही हाल रहा. राज्यसभा और लोकसभा दोनों ही सदनों में नारेबाजी और शोरगुल होता रहा, जिससे चलते सदन की कार्यवाही को बार-बार स्थगित करना पड़ा.
सभापति ने अपनी सीट से खड़े होकर समझाया
बुधवार सुबह 11.30 बजे जब लोकसभा की कार्यवाही दूसरी बार शुरू हुई तो चेयर पर राजेंद्र अग्रवाल थे. कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा होने लगा. जिसे देखते हुए राजेंद्र अग्रवाल विपक्षी सांसदों को समझाने लगे. वो अपनी सीट से खड़े हो गए.
राजेंद्र अग्रवाल ने कहा, ”माननीय सदस्यगण, पहले ही संसद की मर्यादा भंग हो रही है, उसकी कुछ सीमा भी होती है. चेयर के आगे प्लेकार्ड लाना बिल्कुल स्वीकार्य नहीं है. आप प्लेकार्ड लहरा रहे हैं, नारे लगा रहे हैं, वेल में आ रहे हैं. आप ऐसा कुछ मत कीजिए कि चेयर को कार्रवाई करनी पड़े. प्लीज़ पुट इट डाउन, प्लीज़ पुट इट डाउन.”
राजेंद्र अग्रवाल ने चेयर के खड़े होने का हवाला भी दिया. उन्होंने कहा, ”यदि सभापति या अध्यक्ष जी चेयर पर खड़े हुए हैं तो आप थोड़ा पीछे हटिए. मर्यादा के उल्लंघन की सीमा को मत स्पर्श कीजिए, ये उचित नहीं है. आप सीट पर जाइए. इसको नीचे कीजिए. ये स्वीकार्य नहीं है.”
चेयर से खड़े होकर लोकसभा सभापति की इस अपील का भी विपक्षी सांसदों पर कोई असर नहीं हुआ और उनका हंगामा बदस्तूर जारी रहा. इसके बाद सभापति ने सदन की कार्यवाही को आधे घंटे के लिए स्थगित कर दिया.