‘हिंदू औरतों के जिस्म के हर छेद में इस्लाम का अजाब भर दिया जाएगा’ – आतंकियों को छोड़ने के लिए धमकी भरा लेटर

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के पुराने हनुमान मंदिर में एक संदिग्ध पत्र भेजा गया है, जिसमें 14 अगस्त के पहले गिरफ्तार किए गए अलकायदा के आतंकियों को छोड़ने की बात की गई है और ऐसा न करने पर प्राचीन मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। साथ ही पत्र में आरएसएस कार्यालय और वरिष्ठ पदाधिकारियों को भी निशाना बनाए जाने की बात कही गई है।

शुक्रवार (30 जुलाई 2021) की शाम को लखनऊ के अलीगंज इलाके में पुराने हनुमान मंदिर में रजिस्टर्ड डाक से भेजा गया एक धमकी भरा पत्र पहुँचा। पत्र में लिखा हुआ है, ‘अल्लाह के पाक नाम पर काफिर हुकूमत के खिलाफ जिहाद का ऐलान’। पत्र में लखनऊ के काकोरी इलाके से गिरफ्तार किए गए अलकायदा समर्थित आतंकियों की रिहाई की बात कही गई है। पत्र में कहा गया है कि जिन मुजाहिदों को गिरफ्तार किया गया है, उनकी रिहाई के लिए 14 अगस्त तक का समय दिया जा रहा है। इस तारीख तक आतंकियों की रिहाई न होने पर लखनऊ के बड़े मंदिरों को निशाना बनाया जाएगा।


हनुमान मंदिर में भेजा गया धमकी भरा पत्र

इसके अलावा, पत्र में यह भी लिखा गया है कि जिहादियों के निशाने पर आरएसएस कार्यालय और 10 हिन्दू समाजसेवी भी हैं। इन सब के गले रेतने और हिन्दू महिलाओं के साथ अत्याचार करने की बात लिखी गई है। साथ ही पुलिसकर्मियों से भी हिसाब लिए जाने के बारे में कहा गया है। हनुमान मंदिर के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी अनिल तिवारी ने बताया कि पत्र मिलते ही इसकी सूचना पुलिस को दे दी गई। इसके बाद पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए मंदिर में तलाशी अभियान शुरू की और मौके पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। धमकी की सूचना मिलते ही एटीएस समेत क्राइम ब्रांच भी जाँच में जुट गई है। पत्र भेजने वाले ने अपना नाम जोगिंदर सिंह लिखा है।

ज्ञात हो कि इस पत्र में जिन आतंकियों को रिहा करने की माँग की गई है, उन्हें लखनऊ के काकोरी इलाके से एटीएस के द्वारा 11 जुलाई 2021 को गिरफ्तार किया गया था। अलकायदा समर्थित अंसार गजवातुल हिंद से जुड़े इन आतंकियों के नाम मशीरुद्दीन उर्फ मुशीर और मिनहाज अहमद हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस ने बताया था कि आतंकियों के मॉड्यूल के प्रमुख सदस्यों में मिनहाज, मशीरुद्दीन उर्फ मुशीर व शकील का नाम सामने आया है। ये सभी अलकायदा के निर्देश पर अपने अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर 15 अगस्त से पहले मानव बम बनकर यूपी के लखनऊ समेत देश के विभिन्न शहरों के महत्वपूर्ण स्थानों, स्मारकों और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने के ​तैयारी कर रहे थे। इसके लिए हथियार तथा विस्फोटक भी जमा कर लिया गया था।