ओलंपिक में भारत अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की ओर बढ़ रहा है. टोक्यो ओलंपिक-2020 के 7वें दिन तक भारत के खाते में एक मेडल है. हालांकि इसमें इजाफा होने की उम्मीद बनी हुई है, क्योंकि बैडमिंटन, बॉक्सिंग, तीरंदाजी और हॉकी में भारतीय एथलीटों ने जैसा प्रदर्शन किया है उससे पदक जीतने की आस बन गई है.
भारत अगर इस बार 6 से ज्यादा मेडल जीत जाता है तो ये उसका ओलंपिक में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन होगा. लंदन ओलंपिक- 2012 में भारत ने 6 मेडल अपने नाम किए थे.
भारत के लिए टोक्यो ओलंपिक का अब तक का सबसे अच्छा दिन 24 जुलाई का रहा है. इस दिन वेटलिफ्टर मीराबाई चनू ने भारत के पदक के खाते को खोला था. मणिपुर की इस एथलीट ने 49 किग्रा वर्ग में सिल्वर मेडल जीता.
इसके बाद भारत ने गुरुवार यानी 7वें दिन बेहतरीन खेल दिखाया. उसने मेडल तो नहीं जीता, लेकिन आस जरूर बन गई है. आज भारत ने बैडमिंटन, तीरंदाजी, हॉकी और बॉक्सिंग में जीत हासिल की.
पीवी सिंधु अंतिम-8 में पहुंचीं
स्टार शटलर पीवी सिंधु गुरुवार को डेनमार्क की मिया ब्लिचफेल्ट को हराकर क्वार्टर फाइनल में पहुंच गई हैं. सिंधु टोक्यो ओलंपिक में भारत की पदक उम्मीदवारों में से एक रही हैं. उन्होंने अब तक कमाल का प्रदर्शन किया है. सिंधु अगर अपने इसी फॉर्म को जारी रखती हैं तो भारत के खाते में एक और मेडल आना पक्का है. सिंधु शुक्रवार को क्वार्टर फाइनल में जापान की अकाने यामागुची से भिड़ेंगी. अकाने यामागुची दुनिया की पांचवीं रैंक की खिलाड़ी हैं. सिंधु अगर ये मुकाबला जीत जाती हैं तो वह सेमीफाइनल में प्रवेश कर जाएंगी.
ये 3 बॉक्सर मेडल जीतने से एक-एक जीत दूर
भारत की महिला मुक्केबाजों ने इस ओलंपिक में अपने पंच का दम दिखाया है. लवलीना बोरगोहेन और पूजा रानी अंतिम-8 में प्रवेश कर चुकी हैं. लवलीना और पूजा रानी का ये पहला ओलंपिक है और दोनों ने अपने पहले मुकाबले में जीत हासिल की.
लवलीना ने वेल्टरवेट राउंड ऑफ 16 (64-69 किग्रा वर्ग) में जर्मनी की एपेट्ज नेदिन को 3-2 से हराया. लवलीना मेडल से बस एक जीत दूर हैं. वहीं, पूजा रानी ने 75 किलो मिडिलवेट कैटेगरी के राउंड-16 मुकाबले में अल्जीरिया की इचरक चाईब को 5-0 से करारी शिकस्त दी. इस जीत के साथ पूजा ने अंतिम-8 में जगह बनाई और मेडल के और करीब पहुंचीं.
दिग्गज बॉक्सर मैरीकॉम पदक की दावेदारों में से एक रहीं. उन्होंने टोक्यो ओलंपिक का आगाज डोमिनिका गणराज्य की मिगुएलिना हर्नांडिज गार्सिया को 4-1 से हराकर किया था. मैरीकॉम ने राउंड ऑफ 32 के मुकाबले में जीत हासिल की थी. इसके बाद उन्होंने अंतिम-16 के मुकाबले में कोलंबिया की इंग्रिट लोरेना वालेंशिया को मात दी. हालांकि मैरीकॉम का सफर अंतिम-16 से आगे नहीं बढ़ पाया. वह कोलंबिया की इंग्रिट लोरेना वालेंशिया के हाथों 2-3 से हारकर ओलंपिक से बाहर हो गईं.
सतीश कुमार ने जगाई उम्मीदें
बॉक्सर सतीश कुमार ने प्लस 91 किलो वर्ग में जीत हासिल कर मेडल जीतने की उम्मीदों को जिंदा रखा है. सतीश कुमार ने अंतिम-16 के मुकाबले में जमैका के रिकार्डो ब्राउन को 4-1 से शिकस्त दी. सतीश ने इस जीत के साथ अंतिम-8 में जगह बना ली. अगर वह अंतिम-8 का मुकाबला जीत जाते हैं तो उनका मेडल पक्का हो जाएगा.
पुरुष हॉकी टीम का क्वार्टर फाइनल में
भारत की पुरुष हॉकी टीम ने इस ओलंपिक में गजब का खेल दिखाया है. उसने चार मैच खेले हैं, जिसमें से तीन में उसे जीत और एक में हार मिली है. टीम इंडिया ने स्पेन, न्यूजीलैंड और रियो ओलंपिक की चैम्पियन अर्जेंटीना को शिकस्त दी है. उसे सिर्फ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा है. टीम इंडिया 4 मैचों में 9 प्वाइंट्स के साथ पूल ए में दूसरे नंबर पर है. पहले स्थान पर ऑस्ट्रेलिया है. अगर टीम इंडिया आगे के मुकाबलों में भी ऐसा प्रदर्शन करती है तो उसे मेडल जीतने से कोई नहीं रोक पाएगा.
तीरंदाजी में अतनु दास और दीपिका कुमारी से मेडल की उम्मीद बंधी हुई है. दोनों तीरंदाज व्यक्तिगत स्पर्धा के अंतिम-8 में जगह बना चुके हैं. दीपिका कुमारी दुनिया की नंबर वन तीरंदाज हैं और वह टोक्यो ओलंपिक में मेडल जीतने की दावेदार रही हैं. दीपिका ने उस ओर कदम बढ़ा दिए हैं.
अतनु दास भी अंतिम-8 में जगह बना चुके हैं.उन्होंने अंतिम 16 के मुकाबले में ओलंपिक चैम्पियन दक्षिण कोरिया के ओह जिन हयेक को हराया. ओलंपिक चैम्पियन के खिलाफ जीत अतनु के हौसला बढ़ाने वाली है. इस जोदरार जीत से अतनु ने मेडल की उम्मीदों को भी जिंदा कर दिया है.
इन खिलाड़ियों से भी मेडल की आस
– नीरज चोपड़ा ( भाला फेंक)
– विनेश फोगाट 53 किग्रा महिला फ्रीस्टाइल वर्ग में स्वर्ण पदक की दावेदार.
– बॉक्सर अमित पंघल (52 किग्रा वर्ग)
– रेसलर बजरंग पूनिया (पुरुष फ्रीस्टाइल 65 किग्रा)