झारखंड के धनबाद में बुधवार (जुलाई 28, 2021) को दिनदहाड़े अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश उत्तम आनंद की हत्या कर दी गई। छानबीन में पता चला कि एक ऑटो रिक्शा ने सुबह के समय उन्हें टक्कर मारी थी। घटना की वीडियो भी जारी की गई है। पुलिस अब इस केस में हर एंगल से जाँच कर रही है।
पुलिस का कहना है कि जज उत्तम आनंद रंधीर वर्मा चौक पर अपनी सुबह की वॉक के लिए गए थे जब उनके साथ यह घटना हुई। सड़क पर घायल अवस्था में उन्हें तड़पता देख पहले तो कोई नहीं आया, लेकिन फिर पीएचडी कर्मचारी पवन पांडे ने उन्हें देख अस्पताल तक पहुँचाया, जहाँ जल्द ही डॉक्टरों ने उन्हें मृत करार दे दिया।
न्यायाधीश उत्तम आनंद धनबाद के चर्चित रंजय हत्याकांड की सुनवाई कर रहे थे। 3 दिन पहले ही उन्होंने यूपी के ईनामी शूटर अभिनव सिंह व अमन सिंह के गुंडे रवि ठाकुर व आनंद वर्मा की जमानत खारिज की थी। वह हजारीबाग के रहने वाले थे और 6 महीने पहले ही बोकारो से धनबाद आए थे।
बुधवार को उनकी मृत्यु के बाद से ये सस्पेंस बना हुआ था कि आखिर ये दुर्घटना है या फिर हत्या। लेकिन सीसीटीवी फुटेज और सामने आई पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने तस्वीर को साफ कर दिया है। पुलिस ने केस को हत्या के मामले में दर्ज किया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में उनके सिर पर हथौड़े से मारने वाले निशान पाए गए हैं। साथ ही ये भी पता चला है कि जिस ऑटो से उन्हें टक्कर मारी गई वह पाथरडीह की सुगनी देवी का है। सुगनी के अनुसार रात में उसका ऑटो चोरी हो गया था।
धनबाद एसएसपी संजीव कुमार ने कहा, “हमने हत्या का मामला दर्ज किया है और सभी संभावित कोणों से जाँच कर रहे हैं। हमने उक्त घटना के सीसीटीवी फुटेज को बरामद कर लिया है। हालाँकि, हमें अभी तक कोई मकसद नहीं मिला है।” मामले में अब तक कोई गिरफ्तारी भी नहीं हुई है।
सामने आई फुटेज- जिसे लेकर परिजनों का कहना है कि उसमें जज ही हैं, इसमें देख सकते हैं- सड़क पर एक व्यक्ति वॉक के लिए चल रहा है। लेकिन तभी एक ऑटो रिक्शा आता है और जानबूझकर अपना ऑटो रिक्शा उसी ओर घुमाता जिधर व्यक्ति चल रहा होता है। गाड़ी व्यक्ति को मारती है और दोबारा सड़क के बीच में होकर वहाँ से चली जाती है।
मृतक की पत्नी कृति सिन्हा का कहना है कि उनके पति सुबह 5 बजे घर से निकले थे, जब वह काफी देर लौटे नहीं तो सबने उन्हें खोजना शुरू किया। उनका कहना है कि स्थानीय लोग उनके पति को अस्पताल लेकर आए और पीछे से उन्हें ऑटो ने ही मारा है। उस ऑटो वाले के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।
शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के अधीक्षक अरुण कुमार चौधरी ने इस संबंध में बताया, “मरीज को सुबह करीब 5.30 बजे अज्ञात के रूप में भर्ती कराया गया था। उनके सिर के पिछले हिस्से में चोट आई थी। सुबह करीब साढ़े आठ बजे उसने दम तोड़ दिया।”
झारखंड हाईकोर्ट के वकील प्रभात सिन्हा ने इस केस को स्पष्ट तौर पर हत्या का मामला कहा है। सीसीटीवी फुटेज में भी यह दिख रहा है कि ऑटो ड्राइवर ने जानबूझकर जज को निशाना बनाया। वहीं सोशल मीडिया पर घटना की वीडियो आने के बाद लोग हेमंत सोरेन सरकार पर सवाल खड़ा कर रहे हैं। ध्यान दिलाया जा रहा है कि ट्विटर पर काम की बात का ढोंग करने वाले हेमंत सोरेन के राज्य में कानून व्यवस्था का ये हाल है।
वहीं, बार काउंसिल के स्टीयरिंग कमेटी के अध्यक्ष राधेश्याम गोस्वामी ने भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद यह मामला पूरी तरह से हत्या का लग रहा है । उन्होंने कहा कि झारखंड में विधि व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गई है। दो दिन पूर्व ही रांची के तमाड में अधिवक्ता मनोज झा की भी गोली मारकर अपराधियों ने हत्या कर दी और आज न्यायाधीश की मौत हुई है पुलिस मामले की गंभीरता से जाँच करें।