प्रशांत किशोर ने कांग्रेस के लिये 2017 में पंजाब और यूपी चुनाव की रणनीति बनाई थी, इन चुनावों में कांग्रेस को पंजाब में जीत और यूपी में हार मिली थी, प्रशांत किशोर कई मंचों पर ये स्वीकार भी कर चुके हैं, कि कांग्रेस में उनकी बात नहीं मानी गई थी, इसके अलावा उन्होने कहा था कि कांग्रेसे नेता राहुल गांधी से उनके अच्छे संबंध हैं।
राहुल पीएम बन सकते हैं
आईएसबी लीडरशिप समिट में पीके से पूछा गया था कि क्या राहुल गांधी प्रधानमंत्री बन सकते हैं, इस पर उन्होने कहा मैं ये बात कहने वाला कौन होता हूं, इस देश में प्रधानमंत्री जनता चुनती है, इसलिये मेरे उम्मीद लगाने से कुछ नहीं होगा, अगर वो प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं, तो उन्हें जनता के सामने साबित करना होगा, जब लोगों का विश्वास उन पर बढेगा, तभी वो प्रधानमंत्री बन पाएंगे।
प्रियंका को होना चाहिये कांग्रेस अध्यक्ष
पीके ने कहा देश में मतदान हमेशा गोपनीयता से होता है, इसलिये मैं तो ये नहीं बता सकता कि प्रधानमंत्री के रुप में किसे चुनता हूं या नहीं, शो को होस्ट ने पीके से पूछा प्रियंका गांधी कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष बन सकती हैं, तो उन्होने कहा अब ये तो कांग्रेस के नेताओं को देखना है, कि वो किसे अपना नेता चुनना चाहते हैं, फिलहाल वो सक्रिय राजनीति से दूर ही हैं, 65-65 साल शासन करने के बाद उनके नेता देखेंगे कि किसे अब पार्टी की कमान सौंपनी चाहिये।
कांग्रेस से क्यों अलग हुए थे पीके
2017 यूपी विधानसभा चुनाव के बाद प्रशांत किशोर अचानक कांग्रेस से अलग हो गये थे, इस बारे में जब उनसे पूछा गया तो उन्होने कहा कि यूपी चुनाव में जोर-शोर से प्रचार शुरु किया, कांग्रेस को इसका फायदा भी मिला, कांग्रेस नेताओं ने सपा के साथ हाथ मिलाकर इसे भूना भी लिया, लेकिन ऐसा नहीं हुआ, मैं इसके बिल्कुल पक्ष में नहीं था, लेकिन मेरी गलती इतनी है कि मैंने इसमें सहभागी होने के बाद भी खुद को इससे अलग नहीं किया। इसलिये हार की जिम्मेदारी मेरी है।