हस्तिनापुर में बिना अनुमति लगवाई जा रही थी फूलन देवी की प्रतिमा, पुलिस अधिकारियों ने रुकवाया
लखनऊ। चंबल घाटी (Chambal Valley) में कभी बड़ों-बड़ों की चूलें हिला देने वाली दस्यु सुंदरी एवं पूर्व सांसद फूलन देवी (Phoolan Devi) कश्यप, निषाद समेत अनेक पिछड़ी जातियों की मसीहा बन चुकी हैं। उनके नाम पर पिछड़ी जातियों को गोलबंद किया जा रहा है।
इसके लिए यूपी में सुंदरी फूलन की प्रतिमा लगाने का खेला शुरू हो गया है। विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) द्वारा मेरठ के हस्तिनापुर में बिना अनुमति के लगवाई जा रही फूलन देवी की प्रतिमा को स्थानीय पुलिस अधिकारियों द्वारा रुकवा दिया गया।
दरअसल, यूपी में बिहार से विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) की एंट्री हुई है। वीआईपी यूपी की कश्यप, निषाद समेत दूसरी पिछड़ी जातियों को गोलबंद कर अपनी सियासी जमीन बनाने की जुगत में है।
मेरठ के हस्तिनापुर में बिना अनुमति के फूलन देवी की प्रतिमा स्थापित करवाने की कोशिशों के पीछे गैर यादव जातियों का समर्थन हासिल करना है। बताते चलें कि इसके पहले वीआईपी द्वारा वाराणसी में भी फूलन देवी की प्रतिमा स्थापित करने की कोशिश की गई थी।
उल्लेखनीय है कि अगले कुछ माह बाद यूपी में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसलिए सियासी पार्टियों में अति पिछड़ी जातियों को साधने की होड़ लगी है। हाल ही में यूपी की सियासत में बिहार से विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) की एंट्री हुई है। चूंकि बिहार में वीआईपी का सियासी आधार कश्यप, निषाद आदि पिछड़ी जातियां ही हैं।
यूपी में इन जातियों को पार्टी से जोड़ने के लिए वीआईपी फूलन देवी को ओबीसी जातियों खासतौर से कश्यप, निषाद, विन्द, केवट आदि जातियों की मसीहा के तौर पर पेश कर रही है।
विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) की स्थापना वर्ष 2015 में मुकेश साहनी द्वारा की गई थी। इस समु वीआईपी बीजेपी नीत एनडीए का घटक दल है और मुकेश साहनी नीतीश सरकार में मंत्री हैं। विगत 02 जुलाई को वीआईपी ने एक समारोह के यूपी की सियासत में कदम रखा है। आज 25 जुलाई को दस्यु फूलन देवी की याद में पूरे सूबे में समारोह कर रही है।