महाराष्ट्र में आई बारिश ने ऐसी तबाही मचाई है कि अब तक अलग-अलग घटनाओं में 138 से अधिक लोगों की मौतें हो चुकी हैं। भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से रायगढ़ जिला बुरी तरह प्रभावित है, जहाँ महाड के केवल तलाई गाँव में ही लैंडस्लाइड से करीब 49 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं दर्जनों लापता हैं।
पिछले दो दिनों से 112 लोगों की मौत हो गई, जबकि 99 लोग अब भी लापता हैं। 3,221 बेजुबान जानवर भी मरे हैं। बचाव दल ने 1.35 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा है। 200 से ज्यादा गाँवों का प्रमुख इलाकों से संपर्क टूट गया है।
गोवा से सटे महाराष्ट्र के इलाकों में अगले दो दिन बारिश का रेड अलर्ट है। यहाँ 6 जिलों में NDRF की 18 टीमों को तैनात किया गया है। 8 टीमें अलर्ट पर हैं। 2 टीमें रायगढ़ में हुई लैंड स्लाइड वाली जगह पर रेस्क्यू में जुटी हैं। इसके अलावा रायगढ़ में नेवी और कोल्हापुर, रत्नागिरी में आर्मी की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
NDRF has deployed 8 more teams in flood-affected areas in Maharashtra, taking the total number of NDRF teams deployed for rescue & relief operations to 34
— ANI (@ANI) July 25, 2021
कोंकण रूट पर ट्रेनों की आवाजाही शुरू
कोल्हापुर के कई हिस्सों में सड़कों पर पानी भर गया है। कोंकण रेल मार्ग शनिवार (24 जुलाई, 2021) से फिर शुरू हो गया है। पटरियाँ पानी में डूबने की वजह से शुक्रवार (23 जुलाई, 2021) को इस पर ट्रेनों की आवाजाही बंद कर दी गई थी।
पुणे-बेंगलुरु हाईवे पर 20 किलोमीटर लंबा जाम
महाड़ में बाढ़ का पानी तो निकल गया है, लेकिन अभी भी तबाही के निशान सड़कों पर नजर आ रहे हैं। भारी बारिश के कारण किणी टोल प्लाजा के पास पुणे-बेंगलुरु हाईवे बंद है। इस पर 20 किलोमीटर तक वाहनों की लंबी कतार नजर आ रही है।
रायगढ़ में मरने वालों का आँकड़ा 44 तक पहुँचा
भारी बारिश की वजह से महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में भूस्खलन से मरने वालों की संख्या 44 हो गई है। शुक्रवार को तलाई गाँव से 32 शव बरामद हुए, जबकि अन्य आसपास के गाँव में मिले। प्रशासन ने यहां NDRF के साथ मिलकर सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन तेज कर दिया है।
पोलाडपुर लैंडस्लाइड में 6 शव बरामद
रत्नागिरी के पोलाडपुर तालुका के गोवेले पंचायत में गुरुवार रात करीब 10 बजे भूस्खलन हुआ। खबर है कि करीब 10 घर इसकी चपेट में आए हैं।। मौके से 6 शव बरामद किए गए हैं। 10 लोगों को बचा लिया गया है। इससे अलग सतारा के कलेक्टर शेखर सिंह ने बताया कि पाटन में लैंडस्लाइड के बाद 30 लोग लापता हैं। 300 लोगों को बचा लिया गया है।
इस बीच महाराष्ट्र सरकार ने बाढ़ प्रभावित इलाकों को हवाई निरीक्षण किया है। महाराष्ट्र सरकार ने बाढ़ प्रभावित जिलों के लिए शनिवार को बड़ा फैसला किया। इस फैसले के तहत बाढ़ प्रभावित इन जिलों में फ्री राशन और केरोसिन दी जाएगी। महाराष्ट्र के खाद्य आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल ने कहा कि बाढ़ से प्रभावित लोगों को मुफ्त में अनाज और केरोसिन दी जाएगी।
आपत्तिग्रस्त 6 जिलों में मुफ्त शिव भोजन थाली को दोगुना किया जाएगा। बाढ़ से सबसे ज्यादा रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, सातारा, सांगली और कोल्हापुर जिले प्रभावित हुए हैं। इन 6 जिलों में काफी नुकसान हुआ, जहाँ मुफ्त अनाज दिया जाएगा। हर परिवार को 10 किलो गेहूँ, 10 किलो चावल और 5 लीटर केरोसिन दी जाएगी।
एनडीआरएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कई स्कूलों और कुछ निजी संपत्तियों का आश्रय के रूप में और घायलों के वास्ते प्राथमिक उपचार केंद्रों के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। बाढ़ के चलते 90 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। पुणे मंडल में भारी बारिश और नदियों के उफान पर होने के कारण 84,452 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है। इनमें 40 हजार से अधिक लोग कोल्हापुर जिले से हैं। अधिकारियों ने बताया कि 54 गाँव बाढ़ से पूरी तरह और 821 गाँव आंशिक रूप से प्रभावित हुए हैं।