देवास(मध्य प्रदेश)। मध्य प्रदेश (MadhyaPradesh) के देवास के नेमावर (Nemavar) में हुए 5 लोगों के जघन्य हत्याकांड (Murder case) के मुख्य आरोपी सुरेन्द और उसके साथी करण को दो दिन के पुलिस रिमांड (Police Remand) के बाद जेल भेज दिया गया है. वहीं आरोपी राकेश निमोरे को एक दिन के लिए और रिमांड पर रखा गया है. इसके अलावा सुरेन्द्र के भाई वीरेंद्र उर्फ भुरू को भी एक दिन के पुलिस रिमांड के लिए जेल से लाया गया है. यानी अब तक गिरफ्तार किये गए 7 आरोपियों में से राकेश निमोरे और वीरेन्द्र अब पुलिस रिमांड पर हैं.
JCB की मदद से खुदाई कर निकाली गई थीं लाशें
पुलिस ने जेसीबी की मदद से करीब 10 फिट गहरी खुदाई कर यह शव बरामद किए थे. घटना की जानकारी मिलते ही उज्जैन रेंज आईजी/ADG योगेश देशमुख नेमावर पहुंच गए थे. ADG योगेश देशमुख ने मीडिया से बातचीत में खुलासा करते हुए बताया था कि यह जघन्य हत्याकांड सुरेन्द्र और रूपाली के प्रेम प्रसंग की वजह से हुआ है. सुरेन्द्र का मृत युवती रुपाली से प्रेम प्रसंग था. सुरेन्द्र की कहीं और शादी तय हो गई थी. प्रेमिका रुपाली से सुरेन्द्र तंग आ गया था क्योंकि रुपाली ने सुरेन्द्र की मंगेतर की फोटो सोशल मीडिया में वायरल कर दी थी. रुपाली नहीं चाहती थी कि सुरेन्द्र की शादी हो और इसी के चलते सुरेन्द्र ने उसे रास्ते से हटाने के लिए इस जघन्य हत्याकांड को अपने साथियों के साथ मिलकर अंजाम दिया.
मारे गए पांच लोगों में ममता (पति मोहनलाल कास्ते उम्र 45 वर्ष), रुपाली पिता मोहनलाल उम्र 21 वर्ष, दिव्या पिता मोहनलाल उम्र 14 वर्ष, पूजा पिता रवि ओसवाल उम्र 15 वर्ष, पवन पिता रवि ओसवाल उम्र 14 वर्ष शामिल हैं. यह सभी आदिवासी दलित समाज से ताल्लुक़ रखते है जो कि खण्डवा जिले के खालवा क्षेत्र के निवासी थे लेकिन कुछ समय से किराए पर नेमावर में रह रहे थे.
बताया जा रहा है कि आरोपियों ने लाशें जल्दी गल जाए इसके लिए गड्ढे में खाद और नमक भी डाला था. खास बात यह भी है कि तीनों युवती रुपाली,दिव्या और पूजा के शव निर्वस्त्र मिले है जिससे उनके साथ दुष्कर्म जैसी घटना होने की भी आशंका जताई गई है. नेमावर पुलिस ने हत्याकांड से जुड़े मुख्य आरोपी सुरेन्द्र राजपूत और उसके भाई भुरू उर्फ वीरेन्द्र सहित 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे सख्ती से पूछताछ की. रुपाली का मोबाइल चलाकर पुलिस को गुमराह करने वाले 7 वें आरोपी राकेश निमोरे को भी खण्डवा से गिरफ्तार कर लिया गया है. घटना के बाद से ही राकेश रुपाली का मोबाइल इस्तेमाल कर रहा था ताकि पुलिस गुमराह हो और उसे यह लगे कि सभी लोग जिंदा हैं.
पुलिस को अबतक नहीं मिल सका है रुपाली का मोबाइल
रूपाली का मोबाइल पुलिस को अभी तक नहीं मिला है. मुख्य आरोपी सुरेन्द्र ने यह मोबाइल अपने दोस्त राकेश निमोरे को चलाने के लिए दिया था जिसे पुलिस ने खण्डवा से धरदबोचा था .हत्याकांड के बाद से सुरेन्द्र के इशारे पर ही राकेश, रूपाली का मोबाइल चला रहा था. रूपाली का मोबाइल पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ है.इसी मोबाइल से रूपाली ने अपने प्रेमी सुरेन्द्र की मंगेतर का फोटो इंस्टाग्राम पर वायरल किया था जिसके बाद लोग सुरेन्द्र की मंगेतर को परेशान करने लगे थे. जब यह बात सुरेन्द्र को पता चली तो उसने रूपाली को रास्ते से हटाने के लिए उसे अपने खेत पर बुलाकर इस जघन्य हत्याकांड को अंजाम दिया. इसके बाद से ही यह मोबाइल पुलिस को गुमराह करता रहा है.
इसी मोबाइल से सुरेन्द्र के इशारे पर रूपाली बनकर राकेश ने नीतू (मृतक पवन और पूजा की माँ) को मैसेज किये और कहा कि मैंने रोहित नाम के लड़के से शादी कर ली है. तुम सब हमारी फिक्र मत करो हम सब जहां भी है सुरक्षित और खुश है. अब मैं तुम्हारी बेटी पूजा की भी शादी करवा दूंगी. यही बात नीतू को बर्दाश्त नहीं हुई और वह नेमावर पहुंची जहां उसने 27 मई को रूपाली के खिलाफ अपनी बेटी पूजा का अपरहण करने का केस दर्ज कराया.
अब तक गिरफ्तार किए गए 7 आरोपियों के नाम
1- सुरेंद्र पिता लक्ष्मण सिंह चौहान जाति राजपूत उम्र 23 वर्ष निवासी नेमावर.2- भुरू उर्फ वीरेन्द्र पिता लक्ष्मण सिंह उम्र 22 वर्ष निवासी नेमावर. 3- विवेक तिवारी उम्र 24 वर्ष निवासी नेमावर. 4- मनोज पिता मांगीलाल कोरकू उम्र 21 वर्ष निवासी नेमावर. 5- करण पिता भुरुप्रसाद कोरकू उम्र 20 वर्ष निवासी नेमावर. 6-राजकुमार पिता तेजाराम कीर, उम्र 18 वर्ष निवासी ग्राम तुरनाल थाना नेमावर.7- राकेश पिता भगीरथ नीमोरे उम्र 26 वर्ष जाति बलाई निवासी ग्राम जीरापुर जिला हरदा.