देहरादून। उत्तराखंड में 45 साल के पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) आज मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं. शपथ से पहले सूबे में सियासी हलचल भी तेज हो गई है. खासतौर से बीजेपी (BJP) खेमे में. ऐसी चर्चा है कि पार्टी का एक खेमा पुष्कर सिंह धामी को सीएम बनाए जाने से नाराज है, हालांकि बीजेपी विधायक इस बात को नकार रहे हैं.
पुष्कर सिंह धामी के शपथ-ग्रहण से पहले देहरादून में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक (Madan Kaushik) के घर पर बैठकों का दौर जारी है. जानकारी के मुताबिक, सुबह करीब 11 बजे से लगातार मीटिंग चल रही है. विधायकों का आना-जाना लगा है. प्रदेश प्रभावरी दुष्यंत कुमार भी इस मीटिंग में मौजूद हैं. धन सिंह रावत, यतीश्वरानंद, बिशन सिंह चुफाल आकर जा चुके हैं. जबकि, अभी भी कई विधायकों का आना-जाना लगा है.
वहीं, दूसरी तरफ पुष्कर सिंह धामी ने वरिष्ठ नेता सतपाल महाराज से भी मुलाकात की. बताया जा रहा है कि सबसे ज्यादा नाराज नेताओं में सतपाल महाराज का ही नाम था, लिहाजा शपथ ग्रहण से पहले पुष्कर सिंह धामी ने उनसे जाकर मुलाकात की.
आज धामी अकेले लेंगे शपथ
पुष्कर सिंह धामी आज अकेले ही शपथ लेंगे. बीजेपी विधायक धन सिंह रावत ने इस बात की जानकारी दी. उनसे जब पूछा गया कि क्या धामी को चुनने से विधायक नाराज हैं तो इस पर उन्होंने कहा कि इस फैसले से उत्तराखंड में सब खुश हैं.
इससे पहले सुबह ऐसी खबरें भी आई थीं कि 35 विधायक दिल्ली पहुंच गए हैं. हालांकि, बीजेपी विधायकों ने इसे अफवाह बताया है. बीजेपी विधायक बनसिधर भगत का कहना है कि “मैंने 35 विधायकों के दिल्ली पहुंचने के बारे में कहीं पढ़ा है. प्लीज मुझे बताएं कि वो कौन विधायक हैं? ये सब अफवाह हैं. हमारे नेता पार्टी के साथ मजबूती से खड़े हुए हैं.”
धामी ने पूर्व मुख्यमंत्रियों से की मुलाकात
रविवार सुबह से एक ओर बीजेपी विधायकों की मीटिंग चल रही है तो दूसरी ओर पुष्कर सिंह धामी पूर्व मुख्यमंत्रियों से मिलने उनके घर पहुंचे. धामी ने सुबह-सुबह पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत (Tirath Singh Rawat) और त्रिवेंद्र सिंह रावत (Trivendra Singh Rawat) से मुलाकात की. इन दोनों के अलावा धामी ने राज्य के मंत्री सतपाल महाराज (Satpal Maharaj) से भी उनके घर पर मुलाकात की.
कांग्रेस बोली- बीजेपी की गुटबंदी सामने आई
वहीं, सीएम बदलने पर कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक प्रीतम सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने उत्तराखंड के अंदर राजनीतिक अस्थिरता फैलाने का काम किया है और लोगों के घाव पर मरहम की जगह नमक छिड़क दिया है.
उन्होंने आगे कहा कि हम स्वीकार करते हैं कि 5 साल पहले 2016 में इसी तरीके से घटनाक्रम हमारी पार्टी में हुआ था जब हमारे बहुत सारे साथी हमें छोड़कर अलग हुए थे. बीजेपी ने जिस तरह से उन साथियों के नेतृत्व को आहत किया है उससे आज वह तमाम साथी आहत हैं. इसीलिए नए मुख्यमंत्री के बनने पर भाजपा में गुटबंदी सामने आ रही है.