भारतीय सेना के एक जवान की चोरी के शक में पीट पीटकर हत्या कर दी गई। घटना पंजाब के गुरदासपुर स्थित एक गुरुद्वारे की है। रिपोर्टों के अनुसार पठानकोट निवासी दीपक सिंह पानी पीने गुरुद्वारे में गए थे। लेकिन गुरुद्वारे के प्रबंधक और उसके साथियों ने चोर समझ उनकी बेरहमी से पिटाई कर दी। गंभीर अवस्था में दीपक को अस्पताल में भर्ती किया गया जहाँ उनकी मौत हो गई। दीपक अरुणाचल प्रदेश में तैनात थे और 6 महीने बाद अपने घर लौट रहे थे।
घटना पंजाब के गुरुदासपुर-पठानकोट नेशनल हाइवे पर स्थित मुकेरियां चौक के गुरुद्वारा लाल सिंह कुल्ली वाले के पास की है। पठानकोट के लाहड़ी निवासी मृतक दीपक सिंह के पिता ओंकार सिंह ने बताया कि उनके तीन बेटों में से एक दीपक अरुणाचल प्रदेश में भारतीय सेना के ग्रिफ में तैनात थे। बुधवार (30 जून 2021) को दीपक छुट्टी पर अपने घर जा रहे थे। उन्होंने बताया कि दीपक अमृतसर एयरपोर्ट पर उतरने के बाद पठानकोट आने के लिए बस में बैठे, लेकिन गलती से काहनूवान चौक उतर गए।
ओंकार ने बताया कि रात के लगभग पौने एक बजे दीपक का फोन आया। ओंकार के अनुसार दीपक ने उन्हें बताया कि कुछ लोगों ने गुरुद्वारे में चोरी के शक में उन्हें घेर लिया है और मारपीट कर रहे हैं। इसके बाद ओंकार का दीपक से संपर्क टूट गया। ओंकार अपने बेटे दीपक की तलाश करते हुए गुरुदासपुर आए जहाँ उन्हें सिविल अस्पताल के डेथ हाउस से फोन आने पर दीपक की मौत की जानकारी मिली।
दरअसल गलत जगह पर उतर जाने के बाद दीपक सिंह को प्यास लगी थी, जिस कारण वह वहीं नजदीक स्थित गुरुद्वारा लाल सिंह कुल्ली वाले के पास पानी पीने के लिए चले गए। इस दौरान कुछ लोगों ने उन्हें घेर लिया और चोरी के शक में उनकी बेदम पिटाई कर दी। पुलिस ने किसी तरह दीपक को उन लोगों से छुड़ाया और अस्पताल में भर्ती कराया जहाँ दीपक की मौत हो गई।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस ने शुरुआत में गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया था। इससे नाराज परिजनों और ग्रामीणों ने दीपक के शव को पठानकोट-अमृतसर नेशनल हाइवे पर रखकर चक्काजाम कर दिया। इसके बाद गुरुदासपुर पुलिस ने दो व्यक्तियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया। इस मामले में गुरुद्वारे के प्रबंधक गुरजीत सिंह और उसके साथी दलबीर सिंह पहाड़ा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।