पंजाब में बिजली की स्थिति पर शुक्रवार (जुलाई 2, 2021) को चिंता जाहिर करने वाले कॉन्ग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू पर प्रदेश की बिजली कंपनी का आठ लाख रुपए से अधिक का बकाया है। पंजाब राज्य विद्युत् निगम लिमिटेड (PSPCL) की वेबसाइट के अनुसार, अमृतसर स्थित सिद्धू के घर का बिजली बिल 9 महीने से नहीं भरा गया है और कुल बिल 8,67,540 हो गया है जो अब तक जमा नहीं किया गया है।
पंजाब में बिजली की किल्लत के बीच सत्तारूढ़ कॉन्ग्रेस के नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने शिरोमणि अकाली दल-भारतीय जनता पार्टी की पूर्ववर्ती सरकार के दौरान किए गए बिजली खरीद समझौते (PPA) को रद्द करने के लिए नया कानून लाने का शुक्रवार को आग्रह किया। परोक्ष रूप से मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह पर निशाना साधते हुए सिद्धू ने कहा कि अगर राज्य ‘सही दिशा में’ काम करता है, तो पंजाब में बिजली कटौती या कार्यालय के समय को विनियमित करने की कोई आवश्यकता नहीं होगी।
बिजली के मुद्दे पर सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए पूर्व मंत्री सिद्धू ने कहा कि पीपीए राज्य की जनता के हित में नहीं हैं और उन्हें रद्द करने का आह्वान किया। सिद्धू ने कहा, ‘‘बिजली की लागत, कटौती, बिजली खरीद समझौतों की सच्चाई और पंजाब के लोगों को मुफ्त और 24 घंटे बिजली दें। पंजाब में बिजली कटौती की कोई आवश्यकता नहीं है या मुख्यमंत्री को कार्यालय के समय या आम लोगों के ‘एसी’ के उपयोग को विनियमित करने की आवश्यकता नहीं है। अगर हम सही दिशा में कार्य करते हैं।’’
पंजाब कॉन्ग्रेस में जारी गतिरोध के बीच सिद्धू ने इस सप्ताह कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी से मुलाकात की। राज्य सरकार ने राज्य सरकार के कार्यालयों के समय में शुक्रवार से कटौती करने और ज्यादा ऊर्जा खपत करने वाले उद्योगों को बिजली आपूर्ति में कटौती करने का आदेश दिया था। मुख्यमंत्री ने सभी सरकारी कार्यालयों से बिजली का उचित इस्तेमाल करने की भी अपील करते हुए कहा कि स्थिति काफी गंभीर है क्योंकि राज्य में बिजली की माँग 14,500 मेगावाट पर पहुँच गई हैं।
पूर्ववर्ती सरकार द्वारा मंजूर पीपीए के संबंध में सिद्धू ने कहा, ‘‘पंजाब, ‘नेशनल ग्रिड’ से बहुत सस्ती दरों पर बिजली खरीद सकता है, लेकिन शिरोमणि अकाली दल और भाजपा की सरकार के दौरान हस्ताक्षरित पीपीए पंजाब के हित के खिलाफ काम कर रहे हैं। माननीय न्यायालयों से कानूनी संरक्षण प्राप्त होने के कारण पंजाब इन पीपीए पर फिर से बातचीत करने में सक्षम नहीं है, लेकिन आगे एक रास्ता है।’’
उन्होंने कहा कि पंजाब विधानसभा किसी भी समय ‘नेशनल पावर एक्सचेंज’ पर उपलब्ध कीमतों पर बिजली खरीद लागत को सीमित करने के लिए पूर्व प्रभाव से नया कानून ला सकती है। सिद्धू ने कहा, ‘‘इस प्रकार, कानून में संशोधन करके ये समझौते खत्म हो जाएँगे और पंजाब के लोगों के पैसे भी बचेंगे।’’
इन बैकों में है खाता
2017 पंजाब चुनाव के भरे गए हलफनामे के मुताबिक नवजोत सिंह सिद्धू का अकाउंट देश के 7 बड़े बैंकों में है। इसमें एसबीआई, पंजाब नेशनल बैंक, एचडीएफसी बैंक,ओबीसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और सिटी बैंक और स्टेट बैंक ऑफ पटियाला शामिल है। बैकों में जमा रकम की बात की जाए तो नवजोत सिंह सिद्बू के इन खातों में करीब 1,84,54,497 रुपए की रकम जमा है।
शेयर और बॉन्ड्स में है निवेश
निवेश की बात करें तो नवजोत सिंह सिद्धू ने करीब 13.77 लाख रुपए का निवेश शेयर, डिवेंचर और बॉन्ड्स के माध्यम से किया हुआ है। बॉन्ड्स में करीब 2 लाख रुपए का निवेश दिखाया गया है। जबकि रेलीगेयर फंड में 2.35 लाख रुपए की रकम दिखाई गई है। एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक नवजोत सिंह सिद्दू ने शेयर के जरिए करीब 8.42 लाख रुपए का निवेश किया हुआ है। वही नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट और पोस्टल सेविंग स्कीम्स में 3.75 लाख रुपए जमा किए हुए हैं।
करोड़ों की है गाड़ियाँ
नवजोत सिंह सिद्धू के 2017 पंजाब चुनाव के दौरान भरे गए हलफनामे के मुताबिक इनके पास करीब 1.56 करोड़ रुपए की गाड़ियाँ हैं। इनमें टोटोटा लैंज क्रूजर, मिनी कूपर, फार्चुनर जैसी गाडियाँ शामिल है। गोल्ड की बात करें तो गोल्ड रिंग, ज्वैलरी और घड़ियों के जरिए सिद्दू ने करीब 95 लाख रुपए का निवेश किया हुआ है।