पिछले 2 वर्षों से कोरोना महामारी जहां दुनिया को तबाह कर रखी है। इसमें दुनियाभर में लाखों लोग मारे गए। अब उससे बचाव के लिए दुनिया ने वैक्सीन इजाद की, लेकिन ऐसा लगता है कि प्रकृति हम इंसानों से इतनी नाराज है कि किसी न किसी रूप में कहर बरपाना चाहती है। जब वैक्सीन से दुनिया भर में कोविड-19 मामलों में कमी आई है तो एक और आफत आसमान से आ पड़ी है।
इस आफत का नाम हीटडोम है, जिससे इन दिनों अमेरिका और कनाडा दोनों ही देश कराह रहे हैं. वहां गर्मी इतनी पड़ रही है कि लोग इससे तड़प कर मर जा रहे हैं। कनाडा का एक गांव पूरा जल गया। जानकारों का कहना है कि पूरे मानव सभ्यता में इतनी गर्मी नहीं पड़ी। तापमान 50 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया है। इससे समुद्र नदी तालाबों में, उसके किनारे में दिन बीत रहे हैं। घर दफ्तर में पानी के फब्बारे लगाए गए हैं। जानवरों पर बार बार पानी छिड़क कर बचाने की कोशिश हो रही है।
जल रहा कनाडा
कनाडा में तापमान ने अपने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। गर्म हवाओं के कारण यहां कई लोगों की जान चली गई है। यहां के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत में भीषण गर्मी के कारण कई इलाकों में आग लग गयी। आग से बचाव कार्य में वहां के सारे फायर ब्रिगेड और रेस्क्यू टीम जूट हुए हैं। लगभग हजारों लोगों को बचा कर सुरक्षित जगहों पर ले जाया जा रहा है।
24 घंटे में 62 जगहों पर लग गयी आग
कनाडा के राष्ट्रीय प्रमुख प्रीमियर जॉन होर्गन ने दावा किया कि पश्चिमी कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत में पिछले 24 घंटों में 62 नई आग की घटनाएं दर्ज की गई हैं। उन्होंने कहा, “मैं इस बात पर जोर नहीं दे सकता कि ब्रिटिश कोलंबिया के लगभग हर हिस्से में इस समय आग का खतरा कितने चरम पर है।”
आंकड़ों के अनुसार गर्मी के कारण 200 से अधिक लोग अचानक मौत के शिकार हो गए। वैंकूवर पुलिस का कहना है कि करीब 65 लोग तो उनकी जानकारी में मारे गए हैं।
यहां के लिटन के उत्तर में बुधवार शाम को आग लगी । गांव के 250 निवासियों को निकाला गया था। बुधवार रात तक 100 और लोगों को निकाला गया। कई लोगों के मरने की आशंका है। अत्यधिक गर्मी और उसके साथ सूखा पड़ने की वजह से कई जगह आग लगने का खतरा भी बढ़ गया है। कैलिफोर्निया सीमा पर 1500 एकड़ का इलाका आग में झुलस भी रहा है।
गर्म हवाओं का एक पहाड़ है हीटडोम
सीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक हीटडोम गर्म हवाओं का एक पहाड़ होता है, जो बहुत तेज हवा की लहरों के उतार चढ़ाव से बनता है। इसमें जमीन से कुछ ऊपर वातावरण में मजबूत हवाओं का एक गुच्छा बन जाता है, काफी तेजी से देर तक बहता है। इसकी चपेट में आने से आग लग जा रही है, लोग झुलस कर मर जा रहे हैं। यह हीटडोम मौसम को सामान्य नहीं होने दे रहा है। कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसा घटना हजार साल में एक बार होता है।