गाजीपुर/नई दिल्ली/लखनऊ। दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर बीजेपी कार्यकर्ताओं और किसानों के बीच झड़प की खबर सामने आई है। गाजीपुर बॉर्डर पर बुधवार (30 जून 2021) को उत्तर प्रदेश के बीजेपी प्रदेश मंत्री अमित वाल्मीकि के स्वागत में खड़े कार्यकर्ता और किसानों के बीच जमकर हंगामा हुआ। रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटनास्थल पर मौजूद लोगों का कहना है कि किसानों ने लोहे से गाड़ियों पर वार किए, जिससे कुछ गाड़ियों के शीशे टूट गए। इस घटना के बाद से गाजीपुर बॉर्डर पर काफी देर तक अफरा-तफरी का माहौल बना रहा।
वहीं, बीजेपी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि बड़ी संख्या में मौजूद किसानों ने पहले गाड़ियों के शीशे तोड़ दिए और फिर कार्यकर्ताओं पर तलवार, भाले, लाठी-डंडों से हमला किया। वहीं किसान नेता इसे बीजेपी की साजिश बता रहे हैं। तनाव बढ़ता देख मौके पर तैनात पुलिस ने फटाफट बीजेपी के काफिले को वहाँ से रवाना किया।
बीजेपी कार्यकर्ता महेश नेगी ने कहा, ”हम लोग गाजीपुर बॉर्डर पर स्वागत कार्यक्रम कर रहे थे, इसी दौरान किसानों ने हम पर अचानक हमला कर दिया। इस हमले में अमित वाल्मीकि को चोट आई है।” उन्होंने कहा कि हमने कार्यक्रम की सूचना पुलिस को दी थी और वो वहाँ पर मौजूद भी थी। लेकिन इसके बावजूद किसानों ने हम पर हमला कर दिया। हमारे लोगों को वहाँ से जान बचाकर भागना पड़ा।
बीजेपी की महानगर महिला उपाध्यक्ष रनीता सिंह ने कहा, ”किसान आंदोलन के नाम पर यहाँ कुछ गुंडे बैठे हुए हैं, जिन्होंने इस घिनौनी हरकत को अंजाम दिया है।” उन्होंने इन सभी आरोपितों के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई है और सख्त से सख्त कार्रवाई की माँग की है।
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने न्यूज 18 से बातचीत में कहा कि इस पूरे मामले में किसान यूनियन के किसी भी व्यक्ति का कोई हाथ नहीं है। यह बीजेपी की साजिश है। किसान इस प्रकार की साजिश से डरने वाले नहीं हैं। अगर इस प्रकार की तोड़फोड़ की गई है, तो हम उसकी निंदा करते हैं। पुलिस बल इस मामले में एफआईआर दर्ज कर इसकी जाँच करें।