इन दिनों आम आदमी पार्टी (AAP) पंजाब और गुजरात में पैठ बनाने की कोशिशों में हैं। इसी क्रम में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का मंगलवार (जून 29, 2021) को पंजाब भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस होना है। इसको लेकर आप और पंजाब की कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली कॉन्ग्रेस सरकार आमने-सामने आ गई है। दूसरी ओर, गुजरात में आप नेता गोपाल इटालिया को विरोध के चलते सोमनाथ मंदिर से बगैर दर्शन ही वापस लौटना पड़ा। इटालिया पिछले कुछ दिनों से अपने हिंदूफोबिक वीडियो की वजह से चर्चा में हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस को लेकर विवादों की शुरुआत आप के एक दावे से हुई। पार्टी ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के कार्यालय ने केजरीवाल को प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए अनुमति देने से मना कर दिया है। ये कॉन्फ्रेंस मंगलवार को पंजाब भवन में 1 बजे होनी थी। बावजूद वे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।
अमरिंदर सिंह ने इसे सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले ही केजरीवाल सभा करके गए हैं तो उनको प्रेस कॉन्फ्रेंस से रोकने का सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने कहा कि यदि आप चाहे तो वे उनके लिए लंच का प्रबंध भी कर सकते हैं। साथ ही पंजाब के सीएम ने कहा कि झूठ बोलकर आप सिर्फ सियासी नौटंकी करना चाहती है।
Totally not true. We let Arvind Kejriwal address a rally here just few days back so why should we stop him now from having a press conference. If he wants I’d be happy to arrange his lunch too. AAP just wants to do drama even if it means lying: Punjab CM Captain Amarinder Singh pic.twitter.com/eQXmGvXt5Z
— ANI (@ANI) June 28, 2021
बता दें कि पंजाब की जनता को आकर्षित करने के लिए AAP ने वहाँ भी फ्री बिजली का वादा किया है। आप ने सोमवार को कहा है कि यदि उनकी सरकार प्रदेश में आई तो वह 200 यूनिट मुफ्त देंगे। यदि दिल्ली में 73% लोगों का बिजली का बिल जीरो आ सकता है तो पंजाब में क्यों नहीं आएगा। पंजाब में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं।
दूसरी तरफ रिपोर्टों के अनुसार सोमनाथ मंदिर पहुॅंचे इटालिया को विरोध के कारण मंदिर के बाहर से ही कार में बैठकर लौटना पड़ा। इसको लेकर आप नेता ने पुलिस से शिकायत की है। इसमें कहा गया है कि भाजपा से जुड़े कुछ लोगों ने उनका विरोध किया।
इटालिया के कुछ पुराने वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे। इसमें वह ब्राह्मणों और हिंदू परंपराओं को अपमानित करते दिखे थे। हिन्दू मान्यताओं का अपमान करते हुए इटालिया ने कहा था कि जो इन सत्संग और कथा में शामिल होते हैं वो हिजड़ों के जैसे तालियाँ बजाते हैं। उन्होंने कहा, “मुझे ऐसे लोगों पर शर्म आती है। जो मैं कहता हूँ वह आपको अगर अच्छा न लगे तो मुझे ब्लॉक कर दीजिए। लेकिन हमें उनकी जरूरत नहीं है जो संस्कृति और प्रथाओं के नाम पर हिजड़ों की तरह ताली बजाते हैं। कुछ साधु स्टेज से फालतू बातें करेंगे और हम हिंजड़ों की तरह ताली बजाएँगे।”