लखनऊ। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर नियंत्रित होने के बाद उत्तर प्रदेश की योगी सरकार औद्योगिक-आर्थिक गतिविधियों को तेज करने के प्रयास में है। इसके लिए सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम (MSME) विभाग द्वारा आयोजित ऑनलाइन स्वरोजगार संगम कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की 31,542 एमएसएमई इकाइयों को 2505.58 करोड़ रुपए ऋण वितरित किया।
इसके साथ ही भदोही, मुरादाबाद, गाजियाबाद, मीरजापुर, मैनपुरी, मऊ, आगरा, बिजनौर और मुजफ्फरनगर के 73.54 करोड़ रुपए के ‘एक जिला, एक उत्पाद’ सामान्य सुविधा केंद्र (CFC) का शिलान्यास व पोर्टल का शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार (जून 23, 2021) को अपने सरकारी आवास से ऑनलाइन स्वरोजगार संगम कार्यक्रम से जुड़े। उन्होंने कहा कि एमएसएमई और निर्यात प्रोत्साहन विभाग ने रोजगार सृजन के क्षेत्र में अच्छा काम किया है। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में राहत मिलते ही एमएसएमई इकाइयों के लिए ऑनलाइन ऋण मेले का आयोजन सराहनीय है। सीएम योगी ने इसी तर्ज पर एक महीने में सभी 75 जिलों में भी ऋण मेले आयोजित कर उनसे प्रभारी मंत्री, स्थानीय सांसद, विधायक आदि को भी जोड़ने का निर्देश दिया।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना संक्रमण के पहले चरण में भी बैंकों के साथ समन्वय करके एमएसएमई इकाइयों को मजबूत करने के लिए बड़ी मात्रा में ऋण वितरण किया गया था, जिससे बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर तैयार हुए। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी आबादी का प्रदेश होने के बावजूद यहाँ बेरोजगारी की दर सबसे कम है। सरकार ने चार लाख से अधिक युवाओं को राजकीय सेवाओं में नौकरी दी है, जबकि एमएसएमई के माध्यम से डेढ़ करोड़ रोजगार दिए गए।
केंद्र सरकार ने की मदद
सीएम योगी ने कहा कि कोरोना महामारी में जीवन बचाने के अनेक प्रयास किए गए। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश अच्छी स्थिति में रहा। दुनिया की बड़ी-बड़ी ताकतें पस्त हो गई, लेकिन हमारा देश मजबूती से खड़ा रहा। 2021 मार्च में कोरोना ने फिर अपना स्वरूप दिखाना प्रारम्भ कर दिया, हमने अप्रैल से ही कोरोना से बचाव के कार्य शुरू कर दिए थे। इन प्रयासों के बावजूद कई लोगों ने अपने स्वजनों को खोया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों की भरपूर मदद की। चाहे बात मेडिसिन की हो, टेस्टिंग की हो, ऑक्सीजन की हो या फिर अब वैक्सीन की।
हर जिले में लोन मेला
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी तरह हमें जीवन और आजीविका को बचाने के लिए कार्य करना है। पिछली कोरोना लहर में 40 लाख माइग्रेंट आए थे। हमने उन्हें यूपी में ही काम दिया और MSME यूनिट ने उन्हें सहयोग दिया। उसी का परिणाम है कि आज प्रदेश का युवा निरंतर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि ऋण प्रदान करने की हमारी योजना है। उसी को आगे बढ़ाने के काम होंगे। पूँजी से ही पूँजी बढ़ेगी। हमारा प्रयास है कि अगले एक महीने में 75 जनपदों में हर जिले में लोन मेला आयोजित किया जाए। तभी ये कार्य पूरा होगा।