कोलकाता/नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के नेता और सीएम ममता बनर्जी के खास रहे मुकुल राय के 2017 में पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल होने पर उन्हें राजनीतिक खतरों को देखते हुए केंद्रीय सुरक्षा प्रदान की गई थी। इसी तरह उनके बेटे सुभ्रांशु को भी भारी भरकम केंद्रीय सुरक्षा कवर मिला हुआ था। अब दोनों लोग अपनी पुरानी पार्टी टीएमसी मे वापस चले गए हैं। इसके साथ ही केंद्र सरकार ने मुकुल राय के बेटे की सिक्योरिटी हटा ली है। संभावना है कि बहुत जल्द ही मुकुल राय की भी केंद्रीय सुरक्षा हटाई जा सकती है।
पश्चिम बंगाल में इस साल विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मुकुल राय की सुरक्षा को अपग्रेड कर जेड श्रेणी की कर दी गई थी। अफसरों का मानना था कि चुनाव से पहले उन पर हमले की आशंका थी। खतरे का आकलन करने के बाद यह निर्णय लिया गया था। गृह मंत्रालय के सूत्रों ने कहा है कि रॉय अब टीएमसी में वापस चले गए हैं, लिहाजा अब उनको उस तरह की खतरे की आशंका नहीं है, जैसे पहले थी। इसलिए मंत्रालय के आदेश की प्रतीक्षा की जा रही है। आदेश आने पर उसके मुताबिक निर्णय लिया जाएगा।
हालांकि इसके पहले मुकुल रॉय ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर केंद्रीय सुरक्षा वापस लेने का अनुरोध किया था। पिछले हफ्ते उन्होंने बताया था कि वे अपनी सुरक्षा में लगे सीआरपीएफ कर्मियों को मुक्त कर दिए हैं, लेकिन सीआरपीएफ मुख्यालय की ओर से बताया गया था कि अब भी सुरक्षाकर्मी उनके साथ हैं।
इस बीच उनके बेटे सुभ्रांशु को मिली वाई-श्रेणी की सुरक्षा वापस ले ली गई है। उनके साथ सीआईएसएफ के सुरक्षाकर्मी थे। इसमें पांच सशस्त्र स्टेटिक गार्ड और तीन व्यक्तिगत सुरक्षा अधिकारी (प्रत्येक पाली में एक) यानी कुल आठ सीआईएसएफ कर्मियों को लगाया गया था। जबकि उनके पिता मुकुल रॉय की सुरक्षा के लिए 12 सशस्त्र सुरक्षाकर्मियों सहित सीआरपीएफ के तैंतीस जवानों को लगाया गया है।
इधर, भाजपा छोड़कर अपनी पुरानी पार्टी तृणमूल कांग्रेस का दामन थामने पर सत्तारूढ़ पश्चिम बंगाल सरकार ने मुकुल राय और उनके बेटे सुभ्रांशु रॉय दोनों को अपनी सुरक्षा प्रदान की है।