नई दिल्ली/लखनऊ। अयोध्या में बन रहे राम मंदिर को लेकर मुद्दा गहराता जा रहा है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट सवालों के कठघरे में खड़ा हो गया है। हालांकि ट्रस्ट का दावा है कि भगवान राम विरोधी ऐसे झूठे आरोप लगा रहे हैं। वहीं श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने इस पूरे मामले में केंद्र सरकार को रिपोर्ट भेजी है। ट्रस्ट ने इन आरोपों को विपक्षी पार्टियों की साजिश बताया है। ट्रस्ट ने केंद्र सरकार के अलावा भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) को भी रिपोर्ट भेजी है। रिपोर्ट में जमीन खरीद की पूरी जानकारी दी गई है, साथ ही इनकी कीमतों के बारे में भी बताया गया है।
बता दें कि ट्रस्ट पर आरोप है कि जिस जमीन का दाम 10 मिनट पहले सिर्फ 2 करोड़ रुपए था, उसे ट्रस्ट ने साढ़े 18 करोड़ रुपए में खरीदा, यानि कि बड़ा जमीन घोटाला हुआ है। विपक्ष ने आरोप लगाया कि भाजपा ने भगवान राम को भी नहीं छोड़ा। वहीं ट्रस्ट ने जमीन खरीद को लेकर कुछ फैक्ट जारी किए गए हैं, इनमें दावा किया गया कि जो जमीन खरीदी गई उसका प्राइम लोकेशन इसी कारण इसके दाम भी ज्यादा है।
ट्रस्ट ने बताया कि इस जमीन की डील को लेकर पिछले 10 साल से बात चल रही थी और इसमें 9 लोग शामिल थे। बता दें कि सपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि राम जन्मभूमि ट्रस्ट ने मंदिर के लिए साढ़े 18 करोड़ रुपये में जमीन खरीदी है। इस जमीन की कीमत सिर्फ 10 मिनट पहले 2 करोड़ रुपए थी, ऐसे में विपक्षी दलों का आरोप है कि जमीन खरीद में घोटाला हुआ है।