लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को 23 लाख 20 हजार श्रमिकों के बैंक खाते में 1-1 हजार रुपये भरण-पोषण भत्ता के रूप में ऑनलाइन ट्रांसफर किया. इस मौके पर उत्तर प्रदेश राज्य सामाजिक सुरक्षा बोर्ड में असंगठित क्षेत्र के कामगारों के पंजीकरण के लिए www.upssb.in पोर्टल का भी शुभारंभ किया गया. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कुछ श्रमिकों से संवाद भी किया.
सीएम योगी ने कहा कि ऐसे ही श्रमिकों के बच्चों की पढ़ाई का मामला हो, कन्याओं के विवाह का मामला हो, उनके स्वास्थ्य की व्यवस्था का हो, उच्च शिक्षा, उच्चतर शिक्षा समेत अन्य व्यवस्थाएं सरकार की तरफ से उपलब्ध कराई गई हैं. प्रत्येक श्रमिक का पंजीकरण करवाया जाएगा. 2 लाख का एक्सीडेंटल बीमा उन्हें उपलब्ध कराया गया है. दुर्घटना में मृत्यु होती है तो श्रमिक के परिवार को 2 लाख रुपये की धनराशि मिलेगी. ऐसे ही स्वास्थ्य बीमा कवर के लिए कदम उठाया गया है. संगठित क्षेत्र का श्रमिक हो या असंगठित क्षेत्र का, उसे पांच लाख रुपये का सालाना बीमा कवर दिया जा रहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 के पहले राशन कार्ड बनता नहीं था. सत्ताधारी दल से जुड़े लोगों का 25 राशन कार्ड एक ही परिवार में बन जाता था. गरीब और मजदूर के राशन कार्ड नहीं बनते थे. हमने इसके लिए अभियान चलाया. प्रत्येक गरीब का राशन कार्ड बनवाया. पिछले साल लॉकडाउन में प्रत्येक गरीब को राशन दिया गया. उत्तर प्रदेश का श्रमिक देश के किसी भी राज्य में काम करता है तो वह उसी राज्य में सरकारी दुकान से राशन ले सकता है. उत्तर प्रदेश देश के चुनिंदा राज्यों में है जिसने यह व्यवस्था लागू की है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि इस कोरोना महामारी में 23 लाख से अधिक श्रमिकों को एक साथ भरण-पोषण भत्ता उपलब्ध होने के अवसर पर आप सबको बधाई हो शुभकामनाएं. यह न केवल प्रदेश और देश बल्कि पूरी दुनिया वर्तमान में कोरोना महामारी का सामना कर रही है. इस महामारी के खिलाफ हम सब की लड़ाई पिछले सवा साल से चल रही है. बहुत सारे हमारे ऐसे परिचित रहे होंगे जो कोरोना के शिकार हुए हैं. उन्होंने अपने परिजनों को खोया होगा. ऐसे समय में श्रमिक बंधुओं के पुरुषार्थ को भुलाया नहीं जा सकता है.