गया। बिहार में एक पुलिस अफसर की करतूत ने पूरे महकमे को शर्मसार कर दिया. गया में पुलिस अफसर के खिलाफ नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार करने का मामला दर्ज किया गया है. आरोप है कि डीएसपी ने तीन साल पहले अपने सरकारी आवास में एक नाबालिग दलित लड़की को अपनी हवस का शिकार बनाया था. पीड़िता तीन साल तक मुकदमा दर्ज कराने के लिए थाने और पुलिस अधिकारियों के चक्कर काटती रही.
आरोपी डीएसपी का नाम केके प्रसाद है. उसने सरकारी आवास में लड़की के साथ रेप किया था. अब 3 साल बाद लड़की का बयान दर्ज हुआ और आरोपी पुलिस अफसर के खिलाफ मुकदमा लिखा गया. पीड़ित युवती ने मंगलवार को गया कोर्ट में बयान दर्ज कराया. जिसमें पीड़िता ने कोर्ट के समक्ष आरोप की पुष्टि की है. पीड़िता घटना के वक्त नाबालिग थी.
पॉक्सो की विशेष लोक अभियोजक कैसर सरफुद्दीन ने बताया कि गया के तत्कालीन डीएसपी (मुख्यालय) के खिलाफ आरोप है कि 2017 में उसने दशहरा के समय इमामगंज इलाके की एक नाबालिग लड़की से बलात्कार किया था. इस मामले को लेकर मंगलवार को पॉक्सो मामलों के विशेष जज नीरज कुमार के आदेश पर बयान दर्ज किया गया है.
पुलिस ने पीड़िता को न्यायिक दंडाधिकारी स्वाति सिंह की कोर्ट में पेश किया और वहां उसका बयान दर्ज किया गया है. पीड़िता ने कोर्ट में बताया कि जिस समय उसके साथ यह घटना घटी थी. आरोपी डीएसपी गया पुलिस मुख्यालय थे. उसने डर और धमकी के साथ-साथ लोक लाज की वजह से घटना के संबंध में अपने परिवार को भी कुछ नहीं बताया था.
पीड़िता ने बयान में कहा कि घटना के दिन पीड़िता आरोपी के सरकारी आवास में मौजूद थी. तब आरोपी ने उसके साथ वारदात को अंजाम दिया था. पीड़िता ने कोर्ट के सामने उसके साथ हुए अपराध की पूरी कहानी बयां कर दी. कोर्ट ने उसके बयान कलमबंद कर लिए.
इस मामले में गया के एसएसपी आदित्य कुमार ने बताया कि मुख्यालय और सीआईडी विभाद के आदेश पर पूर्व डीएसपी (हेडक्वाटर) कमलाकांत प्रसाद पर एक नाबालिग बच्ची के साथ बलात्कार करने का मामला दर्ज हुआ है. सीआईडी के आदेश पर पीड़िता के बयान दर्ज कराए गए. अब आगे की कार्रवाई की जा रही है.