नई दिल्ली। कोरोना महामारी के बीच सीबीएसई के साथ-साथ आईएससी की 12वीं बोर्ड परीक्षा भी रद्द करने का फैसला लिया गया है। बड़ी संख्या में छात्र, अभिभावक परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे थे, जिन्होंने इस फैसले का स्वागत किया है। परीक्षा के बिना रिजल्ट किस प्रकार तैयार होगा, इस बारे में बाद में फैसला लिया जाना है। इस बीच हरियाणा सरकार ने भी राज्य बोर्ड की 12वीं कक्षा की परीक्षाएं रद्द करने का फैसला किया है। यूपी बोर्ड भी परीक्षा पर विचार करेगा।
सीबीएसई की 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा रद्द करने का फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई एक महत्वपूर्ण बैठक के बाद लिया गया।
छात्रों पर दबाव नहीं डाला जाना चाहिए : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ऐसे तनाव भरे माहौल में छात्रों पर परीक्षा में शामिल होने का दबाव नहीं डाला जाना चाहिए। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि ‘भारत सरकार ने सीबीएसई 12वीं बोर्ड की परीक्षा रद्द करने का फैसला किया है। व्यापक विमर्श के बाद हम लोगों ने यह फैसला किया है जो छात्रों के हित में हैं और उनके स्वास्थ्य के साथ ही उनके भविष्य की सुरक्षा की भी चिंता करता है।
कोविड-19 ने अकादमिक कैलेंडर को काफी प्रभावित किया है और बोर्ड परीक्षाओं का मुद्दा विद्यार्थियों, अभिभावकों एवं शिक्षकों के बीच अत्यधिक चिंता उत्पन्न करता रहा है, जिसे अवश्य ही समाप्त किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि देश भर में कोविड से जुड़ी स्थिति निरंतर बदल रही है। वैसे तो कोविड के मामले घट रहे हैं और कुछ राज्य प्रभावकारी सूक्ष्म-कंटेनमेंट क्षेत्र के माध्यम से महामारी से निपट रहे हैं, जबकि कुछ राज्यों ने अब भी लॉकडाउन का विकल्प चुना है।
उन्होंने कहा कि इस तरह की स्थिति में विद्यार्थियों के स्वास्थ्य को लेकर विद्यार्थी, अभिभावक और शिक्षक स्वाभाविक रूप से चिंतित हैं। इस तरह की तनावपूर्ण स्थिति में विद्यार्थियों को परीक्षाओं में बैठने के लिए बाध्य नहीं किया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री ने विशेष जोर देते हुए कहा कि विद्यार्थियों के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा का अत्यधिक महत्व है और इस पहलू पर कोई भी समझौता नहीं किया जाएगा।
आज के समय में इस तरह की परीक्षाएं हमारे युवाओं को जोखिम में डालने का कारण नहीं बन सकती हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि सभी हितधारकों को विद्यार्थियों के प्रति संवेदनशीलता दिखाने की जरूरत है। उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि परिणाम पूर्णत: स्पष्ट मानदंडों के अनुसार निष्पक्ष और समयबद्ध तरीके से तैयार किए जाएं।
बैठक में ये मंत्री थे शामिल : बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण, सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी, प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव, कैबिनेट सचिव और शिक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। यह बैठक ऐसे समय में हुई, जब कोविड पश्चात जटिलताओं के कारण केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को मंगलवार सुबह एम्स में भर्ती कराया गया।
CISCE की परीक्षाएं रद्द : सीआईएससीई ने कोविड-19 की स्थिति को देखते हुए इस वर्ष 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने का निर्णय किया है। यह जानकारी बोर्ड के सचिव गेरी अराथून ने दी। अराथून ने कहा कि परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया है। वैकल्पिक आकलन मानकों की जल्द घोषणा की जाएगी। काउंसिल फॉर इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशंस (सीआईएससीई) का निर्णय सीबीएसई बोर्ड की परीक्षाओं को रद्द करने की तर्ज पर लिया गया है।
हरियाणा ने रद्द की परीक्षा : हरियाणा सरकार ने भी राज्य बोर्ड की 12वीं कक्षा की परीक्षाएं रद्द करने का फैसला किया है। केंद्र सरकार द्वारा सीबीएसई की 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं रद्द करने का ऐलान किए जाने के कुछ ही देर बाद राज्य सरकार का यह निर्णय सामने आया है। शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने मंगलवार को कहा, ‘हम केंद्र द्वारा लिए गए फैसले के साथ हैं और बोर्ड परीक्षाएं रद्द करने का फैसला किया है।’
CM योगी लेंगे फैसला :
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने सीबीएसई बोर्ड की बारहवीं कक्षा की परीक्षाएं रद्द करने के केंद्र सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए इसे देश के सभी छात्रों के स्वास्थ्य और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया है। माध्यमिक शिक्षा विभाग संभाल रहे उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा ने मंगलवार को कहा कि शीघ्र ही राज्य के माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की कक्षा 12वीं की परीक्षा के बारे में निर्णय लिया जाएगा।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने सीबीएसई बोर्ड की बारहवीं कक्षा की परीक्षाएं रद्द करने के केंद्र सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए इसे देश के सभी छात्रों के स्वास्थ्य और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया है। माध्यमिक शिक्षा विभाग संभाल रहे उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा ने मंगलवार को कहा कि शीघ्र ही राज्य के माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की कक्षा 12वीं की परीक्षा के बारे में निर्णय लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने एक ट्वीट में कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्रीजी ने कोविड संक्रमण के दृष्टिगत सीबीएसई की 12वीं बोर्ड परीक्षा रद्द करने का निर्णय लिया है। यह निर्णय देश भर के छात्रों की स्वास्थ्य सुरक्षा की दिशा में बढ़ाया गया महत्वपूर्ण कदम है। सभी छात्रों व अभिभावकों की ओर से प्रधानमंत्री जी का हार्दिक आभार।
उप मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा सीबीएसई की कक्षा 12 की परीक्षा के बारे में लिए गए निर्णय के बाद उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (यूपी बोर्ड) की कक्षा 12 की परीक्षा के बारे में मुख्यमंत्री के साथ बैठक करने के बाद शीघ्र ही निर्णय लिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर से उत्पन्न असाधारण परिस्थितियों को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने वर्ष 2021 के लिए निर्धारित उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की 10वीं कक्षा की परीक्षाएं निरस्त करने का फैसला 29 मई को किया था। उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने शनिवार को एक बयान में कहा था कि इस निर्णय से 29,94,312 विद्यार्थी प्रभावित होंगे। उन्होंने 10वीं कक्षा के विद्यार्थियों को 11 में प्रोन्नत करने के लिए उत्तर प्रदेश मध्यमिक शिक्षा परिषद को विस्तृत दिशा-निर्देश बनाने को कहा है।
तब शर्मा ने बताया था कि 12वीं कक्षा की परीक्षा के महत्व तथा विद्यार्थियों के भविष्य पर इसके अंकों की भूमिका को देखते हुए अनुकूल परिस्थिति होने पर उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की इंटरमीडिएट की परीक्षा जुलाई के द्वितीय सप्ताह में कराने का प्रस्ताव है।