कोलकाता। दो मई को पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजों में तृणमूल कॉन्ग्रेस की जीत तय होते ही राज्य में राजनीतिक हिंसा का दौर शुरू हो गया था। हिंसा अब भी जारी है। इन्दस विधानसभा क्षेत्र के बीजेपी के बूथ एजेंट अरूप रुईदास का शव पेड़ से लटका मिला है। इस बीच, बीजेपी के एक कार्यकर्ता का वीडियो वायरल हुआ है।
वीडियो में नजर आ रहे शख्स की पहचान बीजेपी के दलित नेता भास्कर मंडल के तौर पर हुई है। वह फूट फूटकर रोते हुए वीडियो में जान बचाने की गुहार लगा रहे हैं। उन्हें कहते हुए सुना जा सकता है कि सुनियोजित तरीके से हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है। उनके घर को लूटा जा रहा है। आग के हवाले कर दिया जा रहा है।
मंडल बता रहे हैं कि उनके घर में भी लूटपाट हुई है और वह तीन दिन से टीएमसी के गुंडों से छिपे हुए हैं। उनके पास न खाने को कुछ नहीं है और न कोई महफूज जगह जहाँ वे जा सके। वे यह भी कह रहे हैं कि केवल पार्टी कार्यकर्ताओं को ही निशाना नहीं बनाया जा रहा है। उनके परिवार को भी गुंडे नहीं छोड़ रहे हैं। मंडल जिस इलाके में हिंसा की बात कर रहे हैं. वह ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक का क्षेत्र डायमंड हार्बर है।
SOS!!!! URGENT!!!!#WhatIsHappeningInBengal pic.twitter.com/FUmdLikM5k
— Angry Saffron (@AngrySaffron) May 5, 2021
वहीं भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने जादवपुर से बीजेपी उम्मीदवार रहे रिंकू नास्कर के घर पर हमले का वीडियो शेयर किया है। उन्होंने बताया है कि टीएमसी के गुंडों ने दिनदहाड़े इस घटना को अंजाम दिया।
BJP candidate of Jadavpur, Rinku Naskar’s house has been vandalised by TMC goons. Even ceiling fans weren’t spared ! And all this happened in broad daylight. #BengalViolence#TMCTerror #BengalBurning #ShameOnTMC#ShameOnMamata #CruelMamata pic.twitter.com/kujdIRNXS1
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) May 5, 2021
नंदीग्राम के बीजेपी विधायक शुभेंदु अधिकारी का कहना है कि दो मई की हिंसा के बाद से एक लाख से ज्यादा लोग बंगाल से भाग चुके हैं। अधिकारी ने इस चुनाव में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को हराया है। इधर बतौर मुख्यमंत्री शपथ लेने के कुछ घंटों के भीतर ही ममता बनर्जी ने पुलिसिया सिस्टम में बड़ा फेरबदल किया। उन्होंने 29 वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का ट्रांसफर किया, जिन्हें चुनाव आयोग (ECI) ने शिफ्ट किया था। 16 जिलों के SP को इधर-उधर किया है। इनमें से अधिकतर ऐसे हैं, जिन पर चुनाव आयोग ने भरोसा नहीं जताया था।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल सरकार से वहाँ हो रही राजनीतिक हिंसा को लेकर रिपोर्ट माँगी थी। इसकी कोई सुनवाई नहीं होने के बाद HMO ने इसे गंभीरता से लेते हुए राज्य सरकार को एक और रिमाइंडर भेजा है। केंद्र ने कहा कि अगर रिपोर्ट नहीं भेजी जाती है तो इसे गंभीरता से लिया जाएगा। साथ ही बिना समय गँवाए उपयुक्त कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया। ममता बनर्जी का कहना है कि जिन क्षेत्रों में भाजपा की जीत हुई है, वहीं हिंसा हो रही है।