गाजियाबाद/लखनऊ। गाजियाबाद पुलिस और अपराध शाखा की टीम ने कोरोना काल में दिल्ली-एनसीआर में रेमडेसिविर (Remdesivir) इंजेक्शन की कालाबाजारी करते देश के प्रख्यात न्यूरो सर्जन मोहम्मद अल्तमश और उनके दो साथियों को गिरफ्तार किया है। हजरत निजामुद्दीन का रहने वाला डॉ. अल्तमश लंबे समय तक एम्स में अपनी सेवाएँ दे चुका है और उसके देश के कई बड़े नेताओं के साथ अच्छे संबंध हैं। पुलिस ने इसके कब्जे से 70 रेमडेसिविर इंजेक्शन के अलावा दो अक्टेमरा इंजेक्शन व 36 लाख दस हजार रुपए नकद और एक लग्जरी कार भी बरामद की है।
गाजियाबाद (यूपी) में रेमडेसिविर की कालाबाजारी में 3 आरोपी डॉक्टर मोहम्मद अल्तमश, कुमैल अकरम, जाजिब अली गिरफ्तार। 70 रेमडेसिविर, 36 लाख रुपये बरामद। डॉक्टर अल्तमश एम्स दिल्ली में कार्यरत रह चुके हैं। #Ghaziabad pic.twitter.com/6gc0sluZBI
— Sachin Gupta | सचिन गुप्ता (@sachingupta787) April 27, 2021
अपराध शाखा प्रभारी इंस्पेक्टर संजय पांडेय ने बताया कि डॉक्टर के इस गिरोह की सूचना तीन दिन पहले पुलिस को मिली थी। एक पीड़ित व्यक्ति ने बताया था कि उसने इस गिरोह से 48 हजार रुपए में एक इंजेक्शन खरीदा है। इस सूचना के बाद पुलिस टीम गिरोह के पीछे पड़ गई और कैला भट्ठा में रहने वाले डॉक्टर के साथी कुमैल अकरम को दबोच लिया। इससे पूछताछ में पता चला कि उसे इंदूवाड़ा दिल्ली का रहने वाला जाजिब इंजेक्शन उपलब्ध कराता है। इसके बाद पुलिस ने जाजिब को भी गिरफ्तार कर लिया और उसी की निशानदेही पर डॉ. अल्तमश को गिरफ्तार किया गया।
थाना कोतवाली नगर व स्वाट टीम की संयुक्त कार्यवाही मे रेमेडीसीवर इन्जेक्शन की काला बाजारी करने वाले 03 अभियुक्त गिरफ्तार, कब्जे से 70 रेमेडीसीवर इन्जेक्शन, 2 अक्टेमरा इन्जेक्शन व इन्जेक्शनों की कालाबाजारी से अर्जित 36 लाख 10 हजार रू0 बरामद करने के संबंध में SP CITY की वीडियो बाईट pic.twitter.com/qWamDTLwJN
— GHAZIABAD POLICE (@ghaziabadpolice) April 27, 2021
डॉक्टर ने दिखाई अपने पहुँच की धौंस
पुलिस टीम ने जब डॉ. अल्तमश को पकड़ा तो आरोपित डॉक्टर ने पहले तो अपनी ऊँची पहुँच की धौंस दिखाई। बताया कि देश के तमाम बड़े नेताओं और केंद्र सरकार के मंत्रियों से उसके संबंध हैं, लेकिन जैसे ही पुलिस ने थोड़ी कड़ाई की, आरोपित डॉक्टर की सारी हेकड़ी निकल गई। उसने न केवल गुनाह कबूल कर लिया, बल्कि अपनी गाड़ी में से इन जीवन रक्षक दवाओं की खेप भी बरामद करा दी। पुलिस ने गाड़ी समेत सारा माल कब्जे में ले लिया है।
#GhaziabadPolice थाना कोतवाली नगर व स्वाट टीम की संयुक्त कार्यवाही में जीवनदायिनी इन्जेक्शन रेमेडीसीवर की काला बाजारी करने वाले 03 अभियुक्त गिरफ्तार, कब्जे से 70 रेमेडीसीवर इन्जेक्शन, 02 अक्टेमरा इन्जेक्शन व इन्जेक्शनों की कालाबाजारी से अर्जित 36 लाख10 हजार रूपये बरामद@Uppolice pic.twitter.com/2qMe39rdGA
— GHAZIABAD POLICE (@ghaziabadpolice) April 27, 2021
गाजियाबाद में 40 से 50 हजार में बेचते थे इंजेक्शन
नगर कोतवाल संदीप कुमार सिंह ने बताया कि डॉक्टर अपने नाम पर एम्स से दवाओं को निकलवा कर अपने साथियों को देता था। इसके बाद आरोपित जाजिम अपने साथी कुमैल के साथ मिलकर इसे गाजियाबाद, नोएडा, फरीदाबाद और गुरुग्राम में ले जाकर बेचते थे। उन्होंने बताया कि यहाँ पर आरोपित एक इंजेक्शन 40 से 50 हजार रुपए में बेचता था।
एक दिन में कमाए 36 लाख रुपए
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, डॉक्टर ने केवल रेमडेसिविर की कालाबाजारी कर महज एक दिन में 36 लाख 10 हजार रुपए कमाए थे। इसके अलावा करीब 50 लाख रुपए आरोपित डॉक्टर ने कुछ अन्य लोगों को भी दिए हैं। यह सारे रुपए कालाबाजारी से ही जुटाए गए हैं। पुलिस को आशंका है कि इस गिरोह में एम्स के कुछ अन्य अधिकारी व कर्मचारी भी शामिल हो सकते हैं। पुलिस उनकी पहचान का प्रयास कर रही है। आरोपितों से पूछताछ की जा रही है।