मध्यप्रदेश में ऑक्सीजन की कितनी किल्लत है इसका अनुमान सरकार के मंत्री की स्थिति को देखकर लगाया जा सकता है। शिवराज के मंत्री प्रद्युम्नसिंह तोमर प्रोडक्शन रोककर मरीजों को ऑक्सीजन उपलब्ध करवाने वाली कंपनी के सामने घुटनों के बल बैठ गए।
दरअसल, ग्वालियर में ‘सूर्या बल्ब’ बनाने वाली कंपनी ने अपनी यूनिट बंद कर सारी ऑक्सीजन मरीजों की सेवा के लिए उपलब्ध करा दी है। कंपनी के इस सराहनीय योगदान पर ऊर्जा मंत्री ने घुटनों के बल बैठकर और हाथ जोड़कर कंपनी के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की।
उन्होंने कंपनी की तारीफ करते हुए कहा कि मैं हमेशा कहता हूं कि उद्योग-व्यवसाय हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण अंग हैं। इसलिए उद्योगों को प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए। तोमर ने कहा कि खासकर स्वदेशी उद्योग को बढ़ावा देना चाहिए। उन्हें गाली देने के बजाय उनके प्रति कृतज्ञता और सम्मान का भाव रखना चाहिए।
उन्होंने नसीहत भरे अंदाज में कहा कि वामपंथियों के लोकलुभावन नारों के चक्कर में नहीं आना चाहिए और न ही उद्योग-व्यवसाय और भावी पीढ़ी को नष्ट करने वाले अभियानों का सहभागी बनना चाहिए। यह अभियान चाहे पर्यावरण के नाम पर हों या फिर बाल मजदूरों के नाम पर हों। कृषि भूमि के नाम पर हों या फिर वन्य प्राणियों के नाम पर। मैं भी सूर्या कंपनी और उसके जैसी हजारों कंपनियां, जो इस विपदा के समय देश के साथ खड़ी हैं, उनको नमन करता हूं।