बंगाल में 7वें चरण का मतदान जारीः PM ने कहा- कोविड प्रोटोकॉल का ध्यान रख करें मतदान, ममता बोलीं- कोरोना की चिंता न करें

पश्चिम बंगाल में सोमवार (26 अप्रैल 2021) को सातवें चरण का मतदान हो रहा है। कोविड के मामलों में तेज उछाल के बीच इस चरण में राज्य की 34 सीटों पर मतदान हो रहा है। इनमें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की परंपरागत सीट भवानीपुर भी है।

34 सीटों पर होने वाल मतदान में 81 लाख से ज्यादा वोटर 284 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। इन सीटों पर मुख्य मुकाबला सत्ताधारी तृणमूल कॉन्ग्रेस और बीजेपी के बीच है। वहीं कॉन्ग्रेस-लेफ्ट गठबंधन ने राष्ट्रीय सेक्युलर मजलिस पार्टी (RSMP) के साथ सीटों का बँटवारा किया है। चुनाव आयोग के मुताबिक, सातवें चरण में सुबह 11 बजे तक 37.72 फीसदी मतदान हुआ था।

बीजेपी पोल एजेंट को जबरन बूथ से हटाने का आरोप

मालदा के रतुआ के बखरा गाँव के बूथ नं-91 पर बीजेपी पोलिंग एजेंट शंकर सरकार ने तृणमूल के कार्यकर्ताओं पर उन्हें जबरन बूथ से हटाने का आरोप लगाया। वहीं टीएमसी के सदस्य ने कहा, “वे यहाँ के मतदाता नहीं है, इसलिए हमने उन्हें जाने को कहा। किसी ने उन्हें धमकी नहीं दी।”

पीएम ने की कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए वोट डालने की अपील

सोमवार सुबह मतदान शुरू होने के थोड़ी देर बाद ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वोटरों से कोविड प्रोटोकॉल का अनुसरण करने की अपील की। पीएम मोदी ने ट्विटर पर मतदाताओं के नाम साझा संदेश में कहा, “पश्चिम बंगाल चुनावों के सातवें चरण का मतदान आज हो रहा है। लोगों से उनके मताधिकार का प्रयोग करने और कोविड से संबंधित प्रोटोकॉल का अनुसरण करने की अपील करता हूँ।”

कोविड की चिंता न करें, वोट डालें: ममता बनर्जी

वहीं ममता बनर्जी ने रविवार शाम को कोविड महामारी से निपटने को लेकर केंद्र पर जोरदार हमला बोला और ऑक्सीजन की कमी और वैक्सीन की कीमतों को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश की। ममता ने लोगों से कोविड के खतरे को नजरंदाज करते हुए वोट डालने की अपील की। उन्होंने कहा, “कोविड की चिंता मत कीजिए। मैं आपकी पहरेदार हूँ।”

इन सीटों पर रहेगी नजर

तृणमूल नेता और बंगाल के ऊर्जा मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय, भवानीपुर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। उनके सामना बीजेपी के रुद्रनील घोष से है, जो अभिनेता और TMC के पूर्व सदस्य रहे हैं।

वहीं शहरी विकास मंत्री और कोलकाता के मेयर फिरहाद हाकिम कोलकाता पोर्ट सीट से लगातार तीसरी बार चुनाव जीतने के इरादे से मैदान में हैं। इस सीट पर उन्हें त्रिकोणीय टक्कर का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें बीजेपी के अवध किशोर और कॉन्ग्रेस के मोहम्मद मुख्तार भी जीत के दावेदारों में शामिल हैं, इस सीट पर अल्पसंख्यक वोटर निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं।

बढ़ते कोविड मामलों से फीका रहा सातवें चरण का प्रचार

राज्य में बढ़ते हुए कोविड के मामलों को देखते हुए चुनाव आयोग द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों की वजह से सातवें चरण में प्रचार अभियान फीका रहा। चुनाव आयोग द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों में रोड शो और रैलियों पर प्रतिबंध, रोज के चुनाव प्रचार के घंटों को सीमित करना और प्रचार थमने की अवधि (‘मौन काल’) को 48 से बढ़ाकर 72 घंटे करना शामिल है।

देश के बाकी हिस्सों की तरह की बंगाल में भी कोरोना का कहर जारी है। रविवार को बंगाल में 24 घंटों के दौरान 15889 नए मामले सामने आए, जोकि एक दिन में आने वाले केसों का नया रिकॉर्ड, इससे पहले एक दिन में 14281 मामले सामने आए थे। इस अवधि के दौरान राज्य में कोरोना से 57 लोगों की मौत हुई, शनिवार को 59 लोगों की मौत हुई थी।

2016 में कैसा रहा था प्रदर्शन

2016 के बंगाल विधानसभा चुनावों में तृणमूल कॉन्ग्रेस ने इन 34 में से 14 सीटों पर कब्जा जमाया था और उसे 36.8 फीसदी वोट मिले थे। वहीं 22.4 फीसदी वोटों के साथ कॉन्ग्रेस ने 12 सीटों पर कब्जा जमाया था, जबकि लेफ्ट को 21.6 फीसदी वोट के साथ 10 सीटें मिली थी। बीजेपी को पिछले चुनावों में 13.1 फीसदी वोट मिले थे। लेकिन तीन साल बाद हुए 2019 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए 16 विधानसभा सीटों पर बढ़त हासिल करते हुए 37 फीसदी वोट हासिल किए थे, जबकि तृणमूल कॉन्ग्रेस को 38.9 फीसदी वोट ही मिले थे।

पश्चिम बंगाल में आठवें और अंतिम चरण के लिए मतदान गुरुवार (29 अप्रैल) को होगा। नतीजे चार अन्य राज्यों, असम, केरल, तमिलनाडु और पुदुचेरी के साथ 2 मई को घोषित किए जाएँगे।