नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस का संक्रमण एक बार फिर तेजी से फैल रहा है। महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और दिल्ली समेत ज्यादातर राज्यों ने अपने यहां तमाम पाबंदियां लगा दीं हैं। इसी बीच कई राज्यों में दवाओं और वैक्सीन की भारी किल्लत देखने को मिल रही है। महाराष्ट्र में पुणे के एरंडवणा में एक वैक्सीनेशेन केंद्र पर वैक्सीन खत्म हो गई। वैक्सीन के स्टॉक का इंतजार करते हुए केंद्र पर लंबी लाइन लग गई। लाइन में लगे एक व्यक्ति ने बताया कि यहां लोग सुबह 6 बजे से खड़े हैं। यहां वैक्सीन का स्टॉक उपलब्ध नहीं है। यहां के स्टॉफ वैक्सीन कब तक आ जाएगी, इस बारे में स्पष्ट नहीं बता पा रहे हैं।
महाराष्ट्र के बाद राजस्थान ने भी कोरोना वैक्सीन की कमी की बात कही है। आने वाले रविवार को राजस्थान टीकाकरण अभियान का संचालन नहीं कर पाएगा क्योंकि राज्य में वैक्सीन का केवल दो दिनों का स्टॉक ही बचा है। राजस्थान टीकाकरण अभियान में आगे चल रहे राज्यों में से एक है, और औसतन यहां हर रोज चार से पांच लाख से अधिक लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है। अब राज्य को कोविड टीकों की एक स्थिर सप्लाई की जरूरत है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच कहा कि दिल्ली में 7-10 दिन की वैक्सीन बची हुई है। अगर हमें समुचित संख्या में डोज उपलब्ध कर दी जाए, आयु सीमा हटा दी जाए और बड़े स्तर पर वैक्सीनेशन सेंटर खोलने की इजाजत दे दी जाए, तो हम 2-3 महीने में पूरी दिल्ली को वैक्सीनेट कर सकते हैं।
देश में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के रिकॉर्ड 1,45,384 नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद अब तक संक्रमित हुए लोगों की कुल संख्या बढ़कर 1,32,05,926 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के शनिवार सुबह आठ बजे के अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, उपचाराधीन लोगों की संख्या करीब साढ़े छह महीने बाद फिर से 10 लाख से अधिक हो गई।