UP पुलिस की आहट से उड़ी मुख्तार अंसारी की भूख, 3 की जगह अब 1 टाइम ही खा रहा: लावारिस मिली एंबुलेंस

लखनऊ। कभी पूर्वांचल में दहशत का पर्याय माना जाने वाले मुख्तार अंसारी आज खुद दहशत में जी रहा है। पंजाब की रोपड़ जेल में बंद अंसारी को आज (5 अप्रैल 2021) यूपी पुलिस को सौंपा जाएगा। उसके लिए बांदा जेल को किले में तब्दील कर दिया गया है।

चिंतित अंसारी जेल में अधिकतर समय अपने विशेष बैरक में ही व्यतीत कर रहा है। चिंता के कारण उसकी भूख आधी हो गई और वो दिन में एक वक़्त का भोजन ही कर रहा है। पंजाब के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह)  द्वारा मुख्तार अंसारी को उत्तर प्रदेश ले जाने को लेकर यूपी के अतिरिक्त मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी को लिखे पत्र में उसे गुरुवार (अप्रैल 8, 2021) से पहले ले जाने और उसे जेल में स्वास्थ्य सहित अन्य सुविधाएँ मुहैया कराने को कहा था।

इससे पहले माफिया अंसारी 3 टाइम खाना खाता था। मऊ से पाँचवीं बार विधायक बने मुख़्तार अंसारी को किस रूट से पंजाब लेकर जाया जाएगा, इसे गुप्त रखा गया है। इस दौरान पंजाब पुलिस के कुछ जवान भी शामिल होंगे। यूपी पुलिस की अलग-अलग टीमें इसके लिए रोपड़ गई है। वहाँ मीडिया का भी जमावड़ा लगा हुआ है।

वहीं वो एम्बुलेंस रूपनगर-नंगल हाईवे पर रविवार देर रात नानक ढाबे के पास मिली, जिससे उसे मार्च 31 को मोहाली से रूपनगर कोर्ट ले जाया गया था। रूपनगर से 3 किलोमीटर दूर बरामद हुई इस एम्बुलेंस के नंबर प्लेट पर मिट्टी पड़ी हुई थी। उस एम्बुलेंस को बाराबंकी में फर्जी तरीके से रजिस्टर कराया गया था। यूपी पुलिस ने ढाबे पर जाकर उसके कर्मचारियों से पूछताछ की। पुलिस को सादे ड्रेस में भेजा गया है।

बताया जा रहा है कि चित्रकूट धाम मंडल की स्पेशल पुलिस टीम मुख़्तार अंसारी को लेकर जाएगी। हाल ही में मुख़्तार अंसारी की पत्नी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिख कर अपने शौहर की सुरक्षा की गुहार लगाई थी। उन्होंने आशंका जताई है कि उनके शौहर को ‘फेक एनकाउंटर में’ मारा जा सकता है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय सुरक्षा बलों को अंसारी के साथ लगाया जाए। उन्होंने कहा कि मुख़्तार अंसारी की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।

माफिया मुख्तार अंसारी पर 47 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसको लेकर उसे यूपी की कई अदालतों में पेश होना है। लेकिन वह अपने स्वास्थ्य का हवाला देते हुए काफी दिनों से पंजाब की जेल में बंद है। बताया जाता है कि योगी सरकार ने अकेले मऊ में ही मुख्तार अंसारी के करीबियों के 22 करोड़ से अधिक की संपत्ति पर बुलडोजर चलाने का काम किया है। सुप्रीम कोर्ट ने 26 मार्च को बड़ा फैसला सुनाते हुए मुख्तार अंसारी को उत्तर प्रदेश भेजने का आदेश दिया था।