मुंबई। महाराष्ट्र राज्य को हिलाकर रख देने वाले सचिन वाजे मामले में ताजा घटनाक्रम में उनके करीबी एपीआई रियाज़ काज़ी को सीसीटीवी फुटेज में विक्रोली में नंबर प्लेट की दुकान में प्रवेश करते हुए पाया गया है। रियाज काजी ने नष्ट करने के इरादे से दुकान के मालिक से डीवीआर फुटेज माँगा। मालिक के साथ बातचीत के बाद उसे डीवीडी और एक कंप्यूटर ले जाते हुए देखा जा सकता है।
दुकान के मालिक को एजेंसी द्वारा पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया। दुकान मालिक का बयान दर्ज किया गया है। एनआईए और एटीएस सूत्रों का हवाला देते हुए, रिपब्लिक ने कहा कि काजी को वर्तमान में सबूतों को नष्ट करने के आरोप में जाँच की जा रही है।
EXCLUSIVE: Sachin Vaze’s CIU cop Riyaz Kazi seen on CCTV entering Mumbai number plate shop https://t.co/ggcFgUmcFM
— Republic (@republic) March 28, 2021
एनआईए और एटीएस दोनों द्वारा रियाज काजी को एंटीलिया बम कांड की जाँच और व्यापारी मनसुख हिरेन की हत्या में अपनी भूमिका जानने के लिए कई बार तलब किया गया है। विक्रोली की एक दुकान पर बनाई गई कई नंबर प्लेट एनआईए द्वारा जब्त की गई कारों से बरामद हुईं हैं।
इससे पहले, रियाज काजी को ठाणे में सचिन वाजे के आवास परिसर से सीसीटीवी फुटेज एकत्र करते देखा गया था। सूत्रों के मुताबिक, दोनों एजेंसियों को कथित तौर पर रियाज काजी पर शक है कि सचिन वाजे को फर्जी नंबर प्लेट खरीदने और अहम सबूत नष्ट करने में मदद मिली है।
कई सबूत नष्ट किए गए
मनसुख हिरेन की मौत के मामले में मुख्य आरोपित सचिन वाजे ने कथित तौर पर एनआईए के सामने स्वीकार किया है कि उसने पाँच मोबाइल फोन नष्ट कर दिए। अधिकारियों को संदेह है कि वाजे कम से कम 13 मोबाइल फोन का उपयोग कर रहा था।
सचिन वाजे से बरामद बेहिसाब गोलियाँ
राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) ने एक विशेष अदालत को सूचित किया था कि उसने पूर्व सहायक पुलिस निरीक्षक (API) सचिन वाजे के घर से 62 बेहिसाब गोलियाँ बरामद की थी। रिपोर्टों के अनुसार, एनआईए को 30 में से केवल 5 गोलियाँ ऐसी मिलीं जो आधिकारिक तौर पर उसकी सर्विस पिस्टल के लिए आवंटित की गई थीं।