4 साल की एक बच्ची। उसको पालने वाली 43 साल की आया। आया ने एक दिन उस बच्ची की गर्दन काट दी – एकदम अलग। लेकिन यह एक सामान्य क्राइम होता, शायद इसलिए इसे एक स्टेप और आगे ले जाया गया।
जिसकी हत्या हुई, जिसके परिवार में मातम होता… उससे भी ज्यादा खौफ पैदा करने के लिए कटा गर्दन बालों से पकड़ कर सड़क पर निकल गई। अल्लाह-हो-अकबर चिल्लाते हुए। मैं आतंकी हूँ… कहते हुए। कोई रोकोगे तो बम फोड़ दूँगी… की धमकी देते हुए।
ऊपर के दो पैराग्राफ कहानी नहीं हैं। यह एक खबर है, जो 2016 में रूस के मास्को शहर में घटित हुई थी। हत्या करने वाली महिला का नाम है गुलचेखरा बोबोकुलोवा (Gyulchekhra Bobokulova) और मृतक बच्ची थी ऐनास्तेसिया मेचरिकोव (Anastasia Meshcheryakov)
2016 के बाद अब फिर से यह घटना खबरों में है। कारण है कि हत्यारी महिला को ‘न्याय’ मिल गया है। सिर्फ 5 सालों में ही रूस की अदालत ने यह मान लिया है कि महिला मानसिक तौर से बीमार थी और अब ठीक हो चुकी है। इसलिए अब वो जेल से निकल कर आजाद हो घूम-फिर सकती है।
रूस में इसको लेकर गुस्सा है। वहाँ सोशल मीडिया पर लोग इस घटना के हर पहलू पर चर्चा कर रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि अल्लाह-हो-अकबर चिल्ला कर बच्ची का कटा सिर लेकर सड़कों पर घूमने वाली इसी हत्यारी महिला ने तब कुछ ऐसा कहा था, जिससे इसके मानसिक बीमार होने के बजाय एक आतंकी की छवि बनी थी।
गुलचेखरा बोबोकुलोवा (Gyulchekhra Bobokulova) ने तब कहा था कि पुतिन ने सीरिया पर जो बमबारी की है, उसी का बदला लेने के लिए उसने बच्ची का गला काटा है और अगर उसका वश चलता तो वो पूरे परिवार का गला काट देती।
रूसी सोशल मीडिया पर लोग उस वीडियो को शेयर करके उस खौफ को याद कर रहे हैं, जब अल्लाह-हो-अकबर चिल्लाती हत्यारी महिला के हाथ से बच्ची का कटा सिर गिरा था और वो कुछ दूर तक गेंद की तरह लुढ़का था। लोग इस महिला के लिए सख्त सजा की माँग कर रहे हैं।